गाजियाबादः संगीत से मेरा बहुत गहरा रिश्ता है- राकेश पाठक

  • Pinki
  • Saturday | 15th July, 2017
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संक्षेप:

  • वोकल आर्टिस्ट और कंपोजर राकेश पाठक
  • NYOOOZ से की खास बातचीत, दिए बेबाकी से जवाब
  • ‘जीवन में संघर्ष करने से कभी घबराना नहीं चाहिए’

गाजियाबाद के वोकल आर्टिस्ट और कंपोजर राकेश पाठक ने NYOOOZ से बातचीत करते हुए पूछे गए सवालों का बेबाकी से जबाब दिया। राकेश पाठक से पूछे गए कुछ प्रश्न-

सवाल-  राकेश पाठक जी अपने बारे में कुछ बताईये ?

जवाब- मेरा नाम राकेश पाठक है। मैं एक क्लासिकल म्यूजिशियन के साथ साथ एक कंपोजर भी हूँ। मैं एक ऐसी फैमिली से बिलोंग करता हूं, जिसे शास्त्रीय संगीत में महारथ हासिल है। मैं एक जाने-माने म्यूसिकोलोगिस्ट पंडित गंगाधर पाठक के घराने से हूं, जो डुमराव (बिहार) से बिलोंग करते थे। एक म्यूजिकल फैमिली में जन्म लेने के कारण संगीत और मेरा बहुत गहरा रिश्ता बन चुका है। और यही वजह थी कि मैं अपने इस फैमिली इंट्रेस्ट को मेहनत के साथ आगे ले जाना चाहता था और खाफी हद तक मैं इसमें कामयाब भी रहा।

सवाल-  वोकल आर्टिस्ट के साथ-साथ आप कंपोजर भी है इसकी प्रेरणा आपको कहां से मिली?

जवाब- वोकल आर्टिस्ट और साथ-साथ कंपोजर बनने की प्रेणना मझे मेरे पिताजी श्री गंगाधर पाठक जी से ही मिली है। जिसके बाद से मेरा संगीत की दुनिया में आगाज़ हुआ। लेकिन संगीत के लिए मेरी चाह और बढ़ने लगी और मैं कुछ बड़ा करना चाहता था और मेरी यही चाह मुझे A ग्रेड आर्टिस्ट ऑफ आल इंडिया रेडियो के रूप में अपनी खास पहचान बनाने में कामयाबी मिली, जिसके कारण आज लोग मुझे जानते है। और यहां तक आने के लिए मैंने अपने गुरुओं ए.टी कनन, पंडित राजन और पंडित साजन मिश्रा के छत्रछाया में बहुत कुछ सीखा और पूरे देश और दुनिया में अपनी प्रतिभा को दर्शाया है। जिसकी वजह से आज मैं इस मुकाम तक पहूँचा हूं। वहीं बात अगर कम्पोजीशन की जाए तो इस क्षेत्र में खाफी कुछ किया है जैसे कि रक्षा मंत्र, सरस्वती वंदना, पार्वती मंगल, और प्रेजेंटेशन फ़ॉर त्याग, यह वो कार्यक्रम है जिन्हें मैंने खुद ही कंपोज़, डिरेक्टे और गायन भी किया।

सवाल-  इस मुकाम को हासिल करने के लिए आपको कितना संघर्ष करना पड़ा?

जवाब- संघर्ष तो हर एक के जीवन में होता है, और मेरा तो यह मानना है कि जितना ज्यादा संघर्ष होगा कामयाबी भी उतनी ही बड़ी होगी। हमें संघर्ष करने से कभी पीछे नही हटना चाहिए बल्कि अपनी मंज़िल को पाने के लिए मैं तो संघर्ष को अपना साथी मानता हूं। किसी भी इंसान को जीवन में संघर्ष करने से कभी घबराना नही चाहिए।

सवाल-  इस फील्ड में आने वाले यंग टैलेंट को NYOOOZ  के माध्यम से आप क्या कहना चाहेंगे?

जवाब- म्यूजिक की दुनिया में आने वाले यंग टैलेंट को मैं तो यही कहना चाहूंगा कि अगर आपको म्यूजिक की दुनिया में काम करना है तो म्यूजिक सीखना पड़ेगा तो ही आपकी पहचान रहेगी नही तो बहुत जल्दी आत रिप्लेस कर दिये जाएंगे। आप संगीत सिर्फ सुनकर नही सीख सकते बल्कि आप को इसकी प्रैक्टिस भी अच्छे से करनी होगी।

 

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