CITY STAR: सिपाही अनिल कुमार गौड़ के साहस से टला बड़ा रेल हादसा

  • Pinki
  • Saturday | 2nd September, 2017
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संक्षेप:

  • सामने आई रेलवे की लापरवाही, खुला मिला फिश प्लेट
  • कुस्मही बाजार के पास रेल ट्रैक पर खुला मिला फिस प्लेट का नट-बोल्ट
  • पुलिस के सिपाही मुस्तैदी दिखाते हुए तत्काल दी 100 नंबर पर सूचना

गोरखपुरः शहर के पास छोटे गांव सेमरा धुरी में अनिल कुमार गौड़ ने अपनी सूझबूझ से एक बड़े ट्रेन हादसे को टाल दिया। जिससे सैकड़ो की जिंदगी बच गई इस साहसिक प्रयास पर गोरखपुर के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण व खोराबार के ब्लॉक प्रमुख ने उन्हें सम्मानित करके हौंसला अफजाई किया। अनिल के इस कार्य की चारो तरफ प्रशंसा हुई और इसी प्रशंसा ने उन्हें सिटी स्टार बना दिया।

अनिल की शिक्षा दीक्षा कुशीनगर में ही हुई। सन् 2013 में अनिल ने पुलिस की नौकरी ज्वाइन की देश की। सेवा की ललक और कुछ कर गुजरने की गुरेज ने उन्हें पुलिस की सेवा में ला दिया। पिता का अरमान था कि उनका लाल देश सेवा में अपना नाम रोशन करे और अनिल के दिलो दिमाग में भी देश भक्ति थी और जब मौका मिला तो उन्होंने वो कर दिखाया। जिससे हजारो लोगो की जिन्दगो बच गई।

आपको बता दें कि गोरखपर के कुसम्ही रेलवे स्टेशन के पास रेल लाइन पर फिश प्लेट का नट बोल्ट खुला पड़ा था। सुबह टहलने निकले सिपाही अनिल की नजर उस पर पड़ गयी। सिपाही ने इसकी सूचना 100 पर दी। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने इसकी सूचना रेल प्रशासन को दी। यह सूचना प्रसारित होने के बाद रेलवे में हड़कंप मच गया।

आनन फानन में जीआरपी और आरपीएफ ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू की। वहीं रेलवे की टेक्निकल टीम भी आ गयी। इस दौरान छपरा-मथुरा ट्रेन लगभग 25  मिनट खड़ी रही। फिश प्लेट का खुला नटबोल्ट वहीं रेल ट्रैक पर मिला। इसके बाद गैंगमैन ने तत्काल नट-बोल्ट को टाइट कर दिया। उसके बाद छपरा मथुरा एक्सप्रेस को रवाना किया गया।

सिपाही अनिल के इस प्रयास ने एक बड़ी ट्रेन दुर्घटना होने से बचा लिया। एसपीआरए कार्यालय में सिपाही पद पर कार्यरत सिपाही अनिल कुमार के इस कार्य पर तारीफ करते हुए गोरखपुर के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी ने अनिल को प्रसास्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। अनिल का कहना है कि सिर्फ वर्दी पहन कर ही देश की सेवा नहीं की जा सकती। बिना बर्दी पहने भी देश सेवा की जा सकती है।

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