सिटी स्टारः पदक विजेता सिद्धार्थ कुशवाहा लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दे रहे ट्रेनिंग

  • Pinki
  • Saturday | 22nd July, 2017
  • local
संक्षेप:

  • सिद्धार्थ का सफर सन् 1995 में कराटे प्रशिक्षण से हुआ शुरू
  • छोटी उम्र में ही सिद्धार्थ ने पदक जीत कर क्षेत्र का बढ़ाया मान
  • बेटियों को आत्मरक्षा के लिए सशख्त बनाना सिद्धार्थ का लक्ष्य

गोरखपुर: अगर  कर दिखाने का जनून हो, तो बुलंदियो तक पहुंचने में देरी नहीं लगती और जब बुलंदियो पर पहुंच कर इंसान एक दूसरे के लिए, समाज के लिए कुछ करे तो बात कुछ और ही होती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया कराटेबाज सिद्धार्थ कुशवाहा ने। छोटी सी उम्र में सिद्धार्थ ने कराटे में राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय पदक जीत कर अपने क्षेत्र का मान बढ़ाया है। अपने कुल का नाम रोशन किया साथ ही अपने पिता और बहन के अरमानों पर चार चांद लगा दिये।

सिद्धार्थ को अभी इंतजार है और पदकों की, जिसके लिए वे इस समय ‘सशख्त बेटी सशख्त भारत’ अभियान चला कर देश की बेटियों को आत्मरक्षा के लिए सशख्त बना रहे हैं। उनका मानना है कि जब बेटियां सुरक्षित रहेंगी तो देश भी सुरक्षित रहेगा। गोरखपुर के मानस विहार कॉलोनी पादरी बाजार के रहने वाले 27 वर्षीय सिद्धार्थ कुमार कुशवाहा ने एम.ए, बीएड की डिग्री हासिल की है।

इसी के साथ उन्होंने कराटे का भी प्रशिक्षण लिया और कई प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किया है। सिद्धार्थ का कराटे में सफर सन् 1995 में आशिहारा कराटे में प्रशिक्षण से प्रारम्भ हुआ। पिता कराटे प्रशिक्षक और बडी बहन स्वर्गीय दीपमाला के सीनियर स्टूडेंट होने के नाते घर में कराटे का माहौल था।

सिद्धार्थ कुशवाहा की कामयाबी-

सिद्धार्थ ने पश्चिम बंगाल में दो बार कमाण्डो कैम्प भी किया।

सिद्धार्थ जिला, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर सात बार गोल्ड, सिल्वर मेडल हासिल कर चुके हैं।

इंटरनेश्नल कराटे प्रतियोगिता में श्रीलंका और पाकिस्तान को हरा कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया।

इंटरनेश्नल जूनियर कराटे प्रतियोगिता मे जज के दायित्व का निर्वहन भी किया। बुल्गारिया के कोच स्टालिंग स्टराइको और एसबी गुरूंस से कराटे और आकीडो की स्पेशल ट्रेनिंग प्राप्त की है।

सम्प्रति एबीवीपी प्रांत कार्यकारिणी के सदस्य भी है।

सिद्धार्थ कुमार कुशवाहा ने जिला कराटे चैंपियनशिप वर्ष 2000 में दूसरा स्थान

बुद्धा कराटे राज्य स्तरीय प्रतियोगिता वर्ष 2001 में पहला स्थान

यूपी स्टेट कराटे चैंपियनशिप वर्ष 2002 में पहला स्थान

सेवेंथ नेशनल कराटे चैम्पियनशिप में पहला स्थान

कॉमनवेल्थ इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप चैंपियनशिप वर्ष 2002 में दूसरा स्थान

आठवें नार्थ इंडिया कराटे चैंपियनशिप वर्ष 2004 में पहला स्थान

नाइंथ इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप वर्ष 2007 में ज्यूरी

नेपाल क्योकुशीन कराटे सर्लाही डु वर्ष 2008 में पहला स्थान

इंटर डिस्ट्रिक्ट कराटे चैंपियनशिप वर्ष 2010 में पहला स्थान  

सिद्धार्थ कुशवाहा इन दिनों कॉलेज की लड़कियों को कराटे सीखा कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रहे हैं। उनका मानना है कि बेटिंया सशख्त और शक्तिशाली रहेंगी तो देश भी सशख्त और शक्तिशाली रहेगा।

Related Articles