सिटी स्टार: सामाजिक कार्यों के बलबूते इस नौजवान ने बनाईं अपनी पहचान

  • Aditi
  • Sunday | 20th August, 2017
  • local
संक्षेप:

  • सामाजिक कार्यों के लिए हंसपुरम में एक खास पहचान
  • गरीबों की मदद के लिए हमेशा रहते हैं तैयार
  • NYOOOZ ने की शैलेन्द्र सिंह चौहान से मुलाकात

कानपुर- 35 साल की उम्र में सामाजिक कार्य करने की लगन ने इस युवक को अलग पहचान मिली है। चाहे गरीबों की इलाज की बात हो, रक्तदान के लिए मोहल्ले के लोगों को उत्साहित करने का काम हो। किसी गरीब महिला का प्रसव कराने का काम हो या फिर स्वच्छता अभियान हो। गरीब बच्चों को कॉपी-किताब दिलवाने का काम हो। इन सभी कामों को वह बड़ी ही शिद्दत से करता है। उनके इन्हीं कामों ने उन्हें चर्चा में ला दिया है।

नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम में रहने वाले शैलेन्द्र सिंह चौहान बचपन से ही गरीबों की मदद करने की लगन थी। जब वह छोटे थे तो यदि कोई भीख मांगने के लिए बुजुर्ग आ जाता था तो उसे बिना खाना खिलाये नहीं जाने देते थे। कभी-कभी तो वह अपनी माँ से चोरी करके बुजुर्गों को खाना खिला देते थे।

शैलेन्द्र आप का शिक्षा के दिनों कैसा संघर्ष रहा और कैसे प्रेरणा मिली की सामाजिक हितों के काम किए जाए?

-शैलेन्द्र ने बताया कि मेरा शिक्षा के दिनों में कोई विशेष संघर्ष नहीं रहा है कि क्योंकि मेरे पिता ब्रजबहादुर रेलवे में डाक विभाग में थे। घर से संपन्न होने की वजह से ज्यादा शिक्षा के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ा लेकिन मेरे बचपन से गरीबों की मदद करने का रुझान थाl जब किसी गरीब को सड़क पर भूखा प्यासा देखता था तो मुझे उसे देख कर बहुत तरस आती थीl

-आप की संस्था कौन-कौन सी सामाजिक कार्य करती है ?
हमारी संस्था जनकल्याण संरक्षण एसोसिएशन समाज से जुड़े मुद्दों को उठाती है जैसे स्वच्छता अभियान के लिए लोगों को प्रेरित करना, अंध और मूक बधिर विद्यालयों के गरीब बच्चों को कॉपी-किताब बांटना, रक्त की जरूरत पड़ने पर रक्तदान करना, वृक्षारोपण करना, प्रसव पीड़ित महिला की मदद करना, लोगों को अलग-अलग मुद्दों पर जागरूक करना हैl

-अपनी संस्था के माध्यम से समाज के लिए क्या करना चाहते है ?
उन्होंने कहा कि मै अपने समाज सेवा के काम को देश के कोने-कोने तक पहुंचाना चाहता हूँl मुझे राजनीति नहीं करनी है और राजनीति में मेरा कोई लगाव भी नहीं हैंl मैं समाजसेवी कार्यक्रमों में किसी राजनीतिज्ञ को कभी भी इन्वाइट नहीं करता हूँl

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