सिटी स्टारः मिलिए मिस इंडिया की तैयारी में जुटीं कानपुर की आशी बग्गा से
- Sonu
- Saturday | 13th January, 2018
- local
- 20 साल की उम्र में बनीं मिस यूपी
- अब मिस इंडिया बनने की तैयारी
- क्लास 8 से मॉडलिंग की जगी उम्मीद
कानपुरः एक छोटे शहर से निकलकर मिस यूपी का ताज पहनने वाली आशी बग्गा बड़े सपने देखने वाले युवाओं के लिए एक मिसाल हैं। महज 20 साल की उम्र में ये मुकाम हासिल करना किसी चमत्कार से कम नहीं है। एक मिडिल क्लास फैमिली में जन्मी लड़की ने अपने सपनों को अंजाम तक पहुंचाया।
कानपुर के गुमटी इलाके में रहने वाली आशी बग्गा ने 2017 में मिस उत्तर प्रदेश का खिताब जीता है। लेकिन, अब आशी की नजर मिस इंडिया 2018 खिताब जीतने पर है और वो इसकी तैयारियों में जी-जान सी जुटी हुईं हैं। आशी का जन्म 1998 में यूपी के गोंडा जिले में हुआ था और उनकी स्कूलिंग भी यहीं की है। NYOOOZ ने आशी से खास बातचीत की।
क्लास 8 से मॉडलिंग की जगी उम्मीद
आशी बताती हैं कि क्लास 8 से ही टीवी पर मॉडलिंग और रैंप वॉक के शोज देखकर उन्हें इस फील्ड में आने की उम्मीद जागी। लेकिन, गोंडा जैसे छोटे शहर से ये सपने पूरे ना होते देख उनकी फैमिली ने 2013 में कानपुर का रुख किया और यहां आकर सेटल हो गई।
पढ़ाई के साथ-साथ आशी ने ग्रूमिंग क्लास भी ज्वाइन किया, जहां से उन्हें खुद को ग्रूम करने का सटीक मौक मिला।
`इन बातों से नहीं करती कॉम्प्रोमाइज’
आशी ने बताया कि 20, जनवरी 2017 को मिस यूपी कम्पटीशन के समय मेरी उम्र 19 थी और मुझे विश्वास नहीं हुआ जब मुझे इसका विनर घोषित किया गया। `मेरे पहले कॉम्पिटीशन में सफलता मिलने के बाद से मुझे अब हर जगह बतौर जज बुलाया जाता है।
उन्होंने बताया, मां के बुटीक में हाथ बंटाने के साथ मैं फैशन डिजाइनिंग से ग्रैजुएशन भी कर रही हूं, लेकिन अपने फिटनेस को लेकर कभी लापरवाही नहीं करती। `रोजाना योगा और जिम के साथ प्रॉपर डाइट लेना मेरे शेड्यूल में है और इसके साथ मैं कभी कॉम्प्रोमाइज नहीं करती।
`फैमिली करती है गाइड`
वहीं, आशी ने अपने सफलता का श्रेय अपने पेरेंट्स को देते हुए बताया कि मां-पापा के मोटिवेशन से ही मैं आज इस मुकाम तक पहुंची हूं। `मेरे फादर गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्टर हैं और मदर बुटीक चलाती हैं और छोटी बहन क्लास 6 में है। ये सभी टाइम निकालकर मुझे गाइड करते रहते हैं।
अब मेरा सपना है कि मैं 6 फरवरी को आगरा में होने वाले मिस इंडिया 2018 कॉम्पिटीशन का ताज अपने सिर पहनूं।` `इस कॉम्पिटीशन के लिए मैं लगातार हार्ड वर्क कर रही हूं और पूरी उम्मीद है कि मैं इसमें अच्छा प्रदर्शन करूंगी।
`सोशल वर्क का भी है शौक`
आशी के पिता सतपाल सिंह ने बताया कि मॉडलिंग के अलावा आशी को सोशल वर्क का बहुत शौक है। वो अक्सर गरीब बच्चों को मदद करने के लिए निकल पड़ती है। `आशी हमेशा सरकारी स्कूलों में जाकर गरीब बच्चों को नोटबुक, पेंसिल, कपड़े, कंबल के साथ-साथ खाने-पीने की चीजें बांटा करती है।