सिटी स्टारः लखनऊ के क्रिकेटर राहुल गुप्ता ने खिलाड़ियों के लिए लिखी किताब

  • Sonu
  • Saturday | 27th January, 2018
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संक्षेप:

  • राहुल की ‘100 Topics’ किताब
  • युवा खिलाड़ियों के लिए है गुरुमंत्र
  • तीन साल में लिखी पूरी किताब

लखनऊ: उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे भारत और अगर विश्व की बात करें तो सभी क्रिकेट के खिलाड़ी यही सोचते हैं कि आखिर वह कैसे मज़बूत हों, उनको कहां से वह गुरुमन्त्र मिले जो उनको खेल के मैदान में चमकाए. खिलाड़ी को चमकने के लिए चाहिये सही गाइडेंस वो भी अनुभवी लोगों का जो कि एक खिलाड़ी के लिए रामायण और कुरान की तरह है.

राजधानी लखनऊ के एक क्रिकेट खिलाड़ी हैं राहुल गुप्ता जिन्होंने ‘100 Topics’ नाम की एक किताब लिखी. इनकी यह किताब खिलाड़ियों के लिए किसी दवा से कम नहीं है, आखिर राहुल ने किन खिलाडियों के लिए यह किताब लिखी, कैसे इतने विशाल समंदर को एक किताब के अन्दर समेटा, क्या ख़ास बात है. इसी मुद्दे पर NYOOOZ ने राहुल गुप्ता से बातचीत की, पेश हैं बातचीत के कुछ अंशः

NYOOOZ: आपने कैसे इस इतनी बड़ी किताब को क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए लिखा, जरा बताएं? 

राहुल: मैं भी एक खिलाड़ी हूं और मैं जब स्पोर्ट कॉलेज में पड़ रहा था तो जो हमारे कोच होते थे वो क्रिकेट खेल से जुड़ी महत्वूर्ण बातें बताते थे. उन्हीं महत्वपूर्ण बातों को सब सुनते थे लेकिन मैं खेल के वक़्त लिखता चलता था. साल दर साल मैं कोचों की जरूरी बातों को सुनता रहा और लिखता रहा. लिखते-लिखते मेरे पास इतनी जानकारी हो गयी थी कि मुझे लगा कि मैं एक किताब लिख सकता हूं यही सोच कर मैंने एक किताब लिखी.

NYOOOZ: यह किताब किसके लिए ज्यादा लाभदायक है, किस उम्र के खिलाड़ी इसे ज्यादा पढ़ें?

राहुल: खेल के क्षेत्र में तो कोई उम्र नहीं होती ऐसा मेरा मानना है, लेकिन फिर भी यह किताब युवा खिलाड़ियों के लिए ज्यादा अच्छी रहेगी अगर वह इसको पढ़ें. इस किताब में वो सभी चीजें मैंने लिखी हैं जो मेरे कोच मुझे खेल के समय बताया करते थे. हर चीज को जानने में आपको इधर-उधर जाना पड़ेगा अगर आप खिलाड़ी हैं, लेकिन इस किताब में वह सारी बातें हैं जिसको आप पढ़कर 10 साल का समय लिए बिना ग्रहण कर सकते हैं कि क्रिकेट में किन बारीकियों पर ध्यान दें.

NYOOOZ: खेल से जुड़ी और भी कई किताबें मौजूद हैं लेकिन आपकी किताब में क्या कुछ ख़ास है?

राहुल: मैंने किताब में एक छोटी नोट बुक भी बनायीं है जो शायद खेल की किताबों में नहीं होती. इस नोट बुक में खिलाड़ी अपने 300 मैच की व्याख्या कर सकते हैं, इसमें वह अपनी कमियों को लिख सकते हैं और उनपर काम कर सकते हैं. इसके जरिये खिलाड़ी खेल के क्षेत्र में अपना सुधार कर सकते हैं और प्रगति कर सकते हैं.

NYOOOZ: आप ने जब किताब लिखी तो क्या आपकी किसी ने मदद की या खुद ही सब किया?

राहुलः अकेले पूरी किताब को लिखना तो शायद मुश्किल होता. इस किताब को लिखने में मेरी मदद करीब 25 से 30 कोचों ने की है. मैं इस किताब को खुद अलग अलग खेल अकादेमी में लेकर जाता हूं और खिलाड़ियों को इसके बारे में बताता हूं. अभी तक यूपी के शहरों के अलावा अन्य राज्यों में भी किताब लोगों को दी है.

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