सिटी स्टार लखनऊः संगीत के क्षेत्र में विशाल ने लहराया परचम

  • Sonu
  • Saturday | 28th October, 2017
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संक्षेप:

  • अन्य भाषाओं के भी गाने गाए
  • डीडी-1 से मिला बड़ा चांस
  • विशाल की NYOOOZ से खास बातचीत

लखनऊः ईश्वर आवाज़ हर किसी को नहीं देता यह बात सच है और कुछ को देता है तो उस आवाज़ को लोगों के सामने तक लाना और बुलंद करना कठिन होता है। लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे भी है जिन्होंने कम उम्र में ही संगीत के परचम को लहराया है। आपको बता दें कि हम बात कर रहे हैं विशाल मिश्रा की जिन्होंने कई फिल्मों के लिए गाने गाए और लोगों ने उन गानों को पसंद भी किया। NYOOOZ ने विशाल मिश्रा के संगीत जीवन पर बातचीत की और जाना कि आखिर उन्होंने कैसे संगीत के क्षेत्र में अपना नाम रोशन किया।

पेश है कुछ अंशः-

NYOOOZ: आपकी ज़िन्दजी में संगीत को लेकर अहम मोड़ कब आया और क्या आप को बचपन से शौक था संगीत का?

विशालः अगर शौक की बात की जाए तो मुझे बचपन से ही संगीत का बहुत शौक था। संगीत के क्षेत्र में मुझे अच्छा मोड़ मिला भुवनेश्वर में जब मैं लॉ करने के लिए भुवनेश्वर गया तो लगा कि कुछ करना चाहिए अपने टैलेंट से रिलेटेड तो वहां पर डीडी1 के एक मशहूर प्रोग्राम `भारत की शान` का ऑडिशन हुआ तो मैं अपने दोस्तों को दिलवाने ले गया तो सबने कहा कि तुम भी दे दो तो मैंने दिया और सेलेक्ट हो गया। इस कंपीटिशन में मैंने अपना बेस्ट दिया और जीत हासिल की और उसके बाद `भारत की शान महाविजेता` में गया और उसे भी जीता।

NYOOOZ: क्या किसी मूवी के लिए आप ने गाने लिखे या गए हैं?

विशालः जी बिल्कुल सिर्फ लिखे या गए ही नहीं बल्कि डायरेक्ट भी किये हैं। सलमान खान की फ़िल्म `फन अनलिमिटेड` में मैंने गाने गाए। इस के अलावा मैंने महेश मांजरेकर की फिल्मों में मैंने 16 गाने कंपोज़ किये हैं। इसके अलावा मैंने जब मुन्ना माइकल के लिए गाना लिखा और गया तो उसे लोगों ने बहुत पसंद किया।

NYOOOZ: क्या कुछ और भी ख़ास बात जो आपको दूसरे गायकों से अलग बनाता हो?

विशालः एक बात है जो मुझे कुछ अलग बनाती है वो है अन्य भाषाओं में गीत गाना। आपको बताऊं कि मैं हिंदी बेल्ट से बिलोंग करता हूँ लेकिन मैंने सिर्फ हिंदी नहीं बल्कि मराठी, तेलगु, तमिल की फिल्मों के लिए भी गाने लिखे है और गाने का भी मौका मिला। देखें तो भाषा मेरे काम के बीच रोड़ा नहीं बनी बल्कि मुझे प्रसिद्ध करने के काम आयी। 

NYOOOZ: आपको पहले और अब में संगीत के क्षेत्र में क्या अंतर दिखाता है?

विशालः मुझे लगता है कि पहले संगीत की पहुंच लोगों तक कम थी लेकिन अब डिजिटल युग मे लीगों तक आसानी से गाने पहुंच रहे हैं। मैं तब से संगीत का शौक़ीन हूं जब सीडी और कैसेट चलती थी लेकिन आज मेरे गाने जल्दी लोगों तक पहुंचते हैं।

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