सिटी स्टार: वाराणसी की चांदनी गुप्ता ने की लड़कियों की जिंदगी रोशन

  • Abhijit
  • Saturday | 4th November, 2017
  • local
संक्षेप:

  • महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की गोल्ड मेडलिस्ट हैं चादंनी गुप्ता
  • अपने इलाके की लड़कियों के लिए किया बड़ा काम
  • बिहार के न्यायिक सेवा परीक्षा में 23वां रैंक हासिल किया

वाराणसी: समाज में बेटियों के बढ़ते कदम को अक्सर समाज के पिछड़ेपन के कारण जंजीरो में जकड़ा जाता रहा है लेकिन समाज की इन जंजीरों को तोड़ चांदनी गुप्ता ने ना केवल सफलता के नए मुकाम को हासिल किया बल्कि अपने माता पिता और खुद के गांव का नाम रोशन कर दिया।

चांदनी गुप्ता की ये सफलता अब शायद उसके गांव के दूसरे लड़कियों के भविष्य का राह भी खोलेगी क्योंकि आज से 10 साल पहले यूपी के बलिया जिले के जिस गांव बेटियां पढ़ाई लिखाई छोड़ सिर्फ घर के काम में ही अपनी जिंदगी जीती थी। अब उन बेटियों को चांदनी के कारण नई जिंदगी मिलेगी और वो भी इस धरा पर शिक्षा प्राप्त कर अपने सपने को साकार कर सकेंगी।

पिछले 8 सालों से काशी में रहकर पढ़ाई कर रही चांदनी गुप्ता ने अपनी कठिन मेहनत और लगन से लगातार सफलता के नए मुकाम हासिल किये। घर के सपोर्ट और पड़ोसियों के ताने के बीच नीलम गुप्ता ने बलिया जिले के होली क्रॉस स्कूल से इंटर तक की पढ़ाई के बाद हायर एजुकेशन के लिए बनारस आयी।
बलिया की बेटी के कदम जब हायर एजुकेशन की ओर बढ़ रहे थे। तब समाज के रूढ़िवादी सोच के कारण उसके कदम पर समाज अपनी जंजीरे बांधनी चाही लेकिन माता पिता के भरोसे और मदद के बीच चांदनी बनारस पढ़ने आयी और सनबीम वीमेन कॉलेज के बी कॉम की पढ़ाई के बाद एल एल. बी और एलएलएम की पढ़ाई की।

चांदनी गुप्ता को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गोल्ड मैडल हासिल कर चुकी है। नीलम ने हाल में ही बिहार के न्यायिक सेवा परीक्षा में 23वें रैंक हासिल कर न केवल अपने माता पिता बल्कि अपने जिले और काशी का नाम भी रोशन किया है। बिटिया के सफलता की खबर के साथ ही केवल घर में बल्कि पासपड़ोसियो के चेहरे की चमक भी बढ़ गयी और लोग बिटिया के सफलता पर ख़ुशी मनाई।

NYOOOZ से खास बातचीत में चांदनी गुप्ता ने बताया की उनके सफलता के पीछे उनके माता पिता के साथ उनके गुरु का विशेष सहयोग रहा है। चांदनी ने कहा की यदि बेटियां चाह जाए तो अपनी मेहनत और दृण संकल्प से सब कुछ हासिल कर सकती है।

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