इमेज़ कंपेरिज़न: रेनो ट्राइबर Vs मारुति स्विफ्ट

इमेज़ कंपेरिज़न: रेनो ट्राइबर Vs मारुति स्विफ्ट

रेनो की क्रॉसओवर एमपीवी ट्राइबर 28 अगस्त को लॉन्च होनी है। यह सब-4 मीटर कार भारतीय बाजार में कई लेटेस्ट फीचर्स के साथ आएगी। इसकी बुकिंग 17 अगस्त से शुरू होगी। कीमत के लिहाज से यह कार मारुति स्विफ्ट, हुंडई ग्रैंड आई10 निओस, फोर्ड फिगो और मारुति इग्निस को टक्कर देगी। यहां हमने तस्वीरों के जरिए मारुति स्विफ्ट और रेनो ट्राइबर की तुलना की है, आइए जानें कौनसी कार है दमदार :-

फ्रंट 

स्विफ्ट के मुकाबले रेनो ट्राइबर का फ्रंट काफी ऊंचा और चौड़ा नज़र आता है। यह गाड़ी स्विफ्ट से 113 एमएम ज्यादा ऊंची (रूफ रेल्स के बिना) और 4 एमएम ज्यादा चौड़ी (ओआरवीएम के बिना) है। रेनो ट्राइबर के मुकाबले मारुति की कॉम्पैक्ट हैचबैक काफी छोटी और नीची दिखाई पड़ती है।

दोनों ही कारों का लुक एक दूसरे से काफी अलग रखा गया है। ट्राइबर में चौड़े बंपर, स्किड प्लेट और फॉग लैंप्स के साथ एलईडी डे-नाइट रनिंग लाइट जैसे फीचर्स दिए गए हैं जिससे यह कार एडवेंचर की दृष्टि से बेहद दमदार व मजबूत साबित होती है। कार का टॉप वेरिएंट ऑटो एलईडी प्रोजेक्टर हेडलैंप्स व डे-नाइट रनिंग लाइट्स के साथ आता है। वहीं, स्विफ्ट कार की बात करें तो इसमें बड़ा फ्रंट ग्रिल और स्कल्प्टेड हुड शामिल किए गए हैं जो इस कार को स्पोर्टी लुक देते हैं।

साइड 

ट्राइबर की लंबाई 3990 एमएम रखी गई है। दोनों कारों का व्हीलबेस बराबर होने के बावजूद यह स्विफ्ट से 150 एमएम ज्यादा लंबी है| साइज़ की बात करें तो यह एमपीवी बलेनो से मिलते-जुलते आकार की है। रेनो ट्राइबर का 182 एमएम ग्राउंड क्लीयरेंस इसमें क्रॉसओवर वाला अहसास लाता है। वहीं, स्विफ्ट की बात करें तो इसका ग्राउंड क्लीयरेंस 162 एमएम है जो कि सिटी हैचबैक के लिए पर्याप्त है। ट्राइबर के व्हील आर्च में दी गई क्लेडिंग कार को स्विफ्ट के मुकाबले ज्यादा दमदार बनाती है। 

रेनो की आगामी क्रॉसओवर में रूफ रेल्स, रूफलाइन में बल्ज और थर्ड रो की सीटों के लिए विंडो पेन्स जैसे फीचर्स दिए गए हैं जिसकी कमी मारुति स्विफ्ट में खलती है। एक्सटीरियर लुक की बात करें तो स्विफ्ट का पिछला हिस्सा स्पोर्टी नज़र आता है, वहीं ट्राइबर का रियर प्रोफाइल एकदम फ्लैट दिखाई पड़ता है।

रियर 

रेनो की क्रॉसओवर एमपीवी का पीछे वाला डिजाइन ज्यादा पसंद आने वाला है। पीछे की ओर कार में फॉक्स स्किड प्लेट के साथ कॉन्ट्रास्ट ब्लैक रंग का रियर बंपर दिया गया है। गाड़ी के टेललैंप्स दो अलग-अलग पार्ट में दिए गए हैं जो बाज की चोंच की तरह दिखाई पड़ते है। कार की नंबर प्लेट टेलगेट पर दी गई है। वहीं, रेनो ट्राइबर के मुकाबले स्विफ्ट की रियर प्रोफाइल ज्यादा स्पोर्टी नज़र आती है। इसके टेललाइट की डिज़ाइन काफी हद तक छोटी दी गई है जो टेलगेट तक विस्तृत नहीं होती| गाडी की टेललाइट्स में एलईडी लाइट्स का इस्तेमाल हुआ है। रेनो ट्राइबर में इस फीचर का अभाव है।

इंटीरियर व डैशबोर्ड 

मारुति स्विफ्ट ऑल- ब्लैक इंटीरियर के साथ आती है, , वहीं ट्राइबर को ड्यूल-टोन लेआउट में पेश किया जाएगा। स्विफ्ट का स्पोर्टी है, इसमें फ्लैट बॉटम स्टीयरिंग व्हील, इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर रेड व सफेद रंग की बैकलाइटिंग दी गई है। कार के सेंट्रल कंसोल को अपने अनुसार एडजस्ट किया जा सकता है। इस में सर्कुलर ऐसी वेंट्स दिए गए हैं।

वहीं, ट्राइबर के इंटीरियर की बात करें तो इसके डैशबोर्ड पर अच्छा-खासा स्पेस दिया गया है। यहां एक शेल्फ दी गई है जिसमें इंजन स्टार्ट-स्टॉप बटन दिया गया है। गाडी का केबिन स्विफ्ट के केबिन की तुलना में ज्यादा हवादार है। यह कार रेक्टेंगुलर ऐसी वेंट्स के साथ आती है। इसमें पार्किंग ब्रेक के पीछे की ओर सेंट्रल कंसोल पर रेफ्रिजरेटेड स्टोरेज स्पेस दिया गया है जो फिलहाल किसी भी हैचबैक में उपलब्ध नहीं है।

इंफोटेनमेंट सिस्टम

रेनो ट्राइबर में 8-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। वहीं, स्विफ्ट में 7-इंच स्मार्टप्ले इंफोटेनमेंट सिस्टम लगा है। दोनों ही कारों के इंफोटेनमेंट सिस्टम एंड्राइड ऑटो और एप्पल कारप्ले फीचर को सपोर्ट करते हैं।

क्लाइमेट कंट्रोल

ऐसी को कंट्रोल करने के लिए दोनों ही कारों में 3-डायल लेआउट फीचर दिया गया है। मारुति स्विफ्ट का कंसोल रेनो ट्राइबर की तुलना ज्यादा प्रीमियम है। यह कार ऑटो ऐसी फीचर के साथ आती है। फिलहाल रेनो ट्राइबर में इस फीचर का अभाव है।

इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर 

सीएमएफ-ए प्लेटफार्म पर बनी रेनो ट्राइबर में स्पीड व दूरी मांपने के लिए 3.5-इंच का डिजिटल एलईडी मल्टी-इनफॉर्मेशन डिस्प्ले दी गई है। यह कार एलईडी इंडिकेशन देने वाले 3 वर्चुअल गॉजेस टेकोमीटर, फ्यूल इंडिकेटर और इंजन टेम्परेचर के साथ आती है। इसमें दिया गया इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर सेटअप काफी अलग नज़र आता है। वहीं, स्विफ्ट का इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर 3.5-इंच मल्टी-इनफॉर्मेशन डिस्प्ले के साथ आता है जो टेकोमीटर और स्पीडोमीटर के बीच में दिया गया है।

रियर सीट

रेनो ट्राइबर में मॉड्यूलर सीटें दी गई हैं, जो इसकी सबसे बड़ी खासियतों में से एक है। इस में 60:40 रेशियो के साथ रियर बेंच मॉड्यूलर सीटिंग का विकल्प दिया गया है। गाडी की थर्ड रो की सीटें रिमूव फंक्शन के साथ आती है। यानी आप जरूरत ना होने पर कार की आखिरी सीटों को हटा सकते हैं। वहीं सेकेंड रो की सीटों को फोल्ड करके आप इस स्पेस को सामान रखने के काम में ले सकते हैं। दूसरी रो के पैसेंजर्स लिए कार में ऐसी वेंट्स की सुविधा बी-पिलर्स पर दी गई है, वहीं तीसरी रो के पैसेंजर्स के लिए रूफ माउंटेड वेंट्स कार में लगे हुए हैं। कार के ऐसी वेंट्स ब्लोअर कंट्रोल फंक्शन को भी स्पोर्ट करते हैं।  

लगेज स्पेस को बढ़ाने के लिए मारुति स्विफ्ट की सीटों को भी 60:40 रेशियो में फोल्ड किया जा सकता है परन्तु इस हैचबैक में अतिरिक्त रो की सीटों के लिए कोई विकल्प नहीं दिया गया है। इसमें रियर ऐसी वेंट्स फीचर की भी कमी है।

स्टोरेज स्पेस 

मारुति स्विफ्ट में 268 लीटर का लगेज स्पेस मिलता है। वहीं, रेनो ट्राइबर की बात करें तो यह कार स्विफ्ट की तुलना ज्यादा बूट स्पेस देने में सक्षम है। कार का 5-सीटर वेरिएंट 625-लीटर बूट स्पेस देता है। थर्ड रो की सीटों को बिना हटाए कार में केवल 84 लीटर का लगेज स्पेस ही मिल पाता है जो 6-सीटर लेआउट में 320 लीटर हो सकता है। 625 लीटर का बूट स्पेस के साथ यह सब-4 मीटर सेगमेंट सबसे आगे है।

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