रिसर्च: गर्म चाय से 90 फीसदी तक बढ़ सकता है कैंसर का खतरा

  • गर्म चाय पीने से इसॉफेगस (ग्रासनली) का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है
  • जो लोग रोजाना 75 डिग्री सेल्सियस पर चाय पीते हैं उनमें यह खतरा दोगुने से ज्यादा बढ़ जाता है
  • अगर कप में डालने के बाद 4 मिनट तक चाय रखकर पी जाए तो कैंसर का खतरा कम हो सकता है

नई दिल्ली: चाय के शौकीनों को यह खबर बुरी लग सकती है लेकिन एक ताजातरीन स्टडी का दावा है कि गर्म चाय पीने से इसॉफेगस (ग्रासनली) का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. स्टडी के मुताबिक जो लोग रोजाना 75 डिग्री सेल्सियस पर चाय पीते हैं उनमें यह खतरा दोगुने से ज्यादा बढ़ जाता है. कप में उड़ेलते ही चाय पीना शुरू न कर दें. अगर कप में डालने के बाद 4 मिनट तक चाय रखकर पी जाए तो कैंसर का खतरा कम हो सकता है.

नुकसान पहुंचा सकते हैं गर्म ड्रिंक

अमेरिकन कैंसर सोसायटी के लीड ऑथर फरहद इस्लामी के मुताबिक, कई लोग चाय, कॉफी या दूसरे ड्रिंक गर्मागरम पीने के शौकीन होते हैं. हालांकि स्टडी की रिपोर्ट के मुताबिक बहुत गरम चाय पीने से इसॉफेजियल कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है.

40 से 75 साल के लोगों पर हुई स्टडी

स्टडी में 50,045 लोग शामिल किए गए थे जिनकी उम्र 40 से 75 साल थी. इसमें नतीजा आया कि रोजाना 700 एमएल गर्म चाय (60 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा) पर पी जाए तो ग्रासनली के कैंसर का खतरा 90 फीसदी तक ज्यादा बढ़ जाता है.

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