नींद नहीं आती तो हो सकता है आप हों डिप्रेशन के शिकार

न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में लोगों मे मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा है इस कारण से काफी लोग डिप्रेशन की बीमारी बढ़ती जा रही है। भारत मे औसतन 31.9 वर्ष की आयु में लोगों को मेंटल हेल्थ से संबंधित बीमारी हो जाती है। इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए ही 2017 में 7 अप्रैल को  विश्व स्वास्थ्य दिवस के दिन मेंटल हेल्थ पर खास चर्चा हुई। इस संबंध में हमने बात की क्लिनिकल साइकॉलजिस्ट डॉ पारुल अदलखा और समृद्धि खत्री से।

मेन्टल हेल्थ खाली मानसिक स्वास्थ्य से ही जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि यह भावनात्मक सामाजिक पक्ष से भी जुड़ा है। यह हमारे विचारों, भावनाओं और व्यवहार सभी पर असर डालता है। हम जिस तरह से तनाव को को हैंडिल करते हैं, दूसरों से मिलते हैं और निर्णय लेते हैं उसी के आधार पर हमारे मेंटल हेल्थ का पता चलता है।

मेन्टल हेल्थ समस्या के कई कारण हो सकते हैं जैसे-

1. बायोलॉजिकल फैक्टर जैसे जीन्स और ब्रेन केमेस्ट्री

2. जीवन के अनुभव जैसे कोई ट्रॉमा या दुर्घटना आदि

3.  मेन्टल हेल्थ समस्याओं से संबंधित फैमिली हिस्ट्री

इस संबंध में हमने बात किया पीस(P.E.A.C.E.) सोल्यूशन्स की को-फाउंडर और क्लिनिकल साइकॉलजिस्ट डॉ पारूल अदलखा से बात किया उन्होंने हमें बताया कि कुछ रिसर्च के अनुसार मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर होने की संभावना महिलाओं में 10-25 प्रतिशत और पुरुषों में 5-10 प्रतिशत होती है।

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