Penis में ताकत के लिए आजमाएं ये स्पेशल उपाय, पार्टनर को मिलेगी जबरदस्त संतुष्टि

पुरुषों के प्राइवेट पार्ट यानी लिंग में ताकत लाने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जा सकता है या फिर कुछ खास तरीके अपनाए जा सकते हैं।

सेक्स के दौरान लिंग (Penis) में पूरी मजबूती न होने या इरेक्ट होने के बाद भी कठोरता न आने की वजह से तमाम पुरुष काफी परेशान रहते हैं। क्योंकि अधिकतर फीमेल पार्टनर इसी गड़बड़ी की वजह से संतुष्ट नहीं हो पाती हैं। अब सवाल उठता है कि पेनिस में ताकत लाने के लिए क्या किया जाए? क्या कोई ऐसी दवाएं या तरीके हैं तो वाकई में प्राइवेट पार्ट को मजबूती दे सकें। इसको लेकर सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रकाश कोठारी ने समस्याग्रस्त लोगों को सलाह देने का काम किया है। आगे पढ़िए कि लिंग में मजबूती के लिए क्या है सेक्सपर्ट की राय

2 चीजों पर निर्भर करता है लिंग में तनाव

डॉक्टर के मुताबिक, पेनिस में पूरी तरह से तनाव का आना दो चीजों पर निर्भर करता है एक मानसिक स्थिति और दूसरी शारीरिक स्थिति। विचारों से, ख्यालों से और स्पर्श यानी छूने से दिमाग में सेक्स का सेंटर उत्तेजित होता है जिससे पूरे बदन में खून का बहाव तेज होता है, और लिंग में कुछ ज्यादा बहाव होता है। नतीजन, उसमें उत्तेजना आती है।


लंबी-लंबी सांसें लेनी चाहिए

यकीनन, इसके लिए सही हॉर्मोन और सही माहौल की जरूरत पड़ती है। इसका मतलब यह हुआ कि इस तंत्र प्रणाली में अगर कहीं भी गड़बड़ हुई तो लिंग के तनाव में कमी आ सकती है। खासतौर पर एक बार फेल हो जाने के बाद, दोबारा फेल हो जाऊंगा, यह डर आदमी के मन में घर कर जाता है और आइंदा जब भी वह सेक्स की कोशिश करता है तो उसके दिमाग में यह बात आ जाती है कि अगर मैं नहीं कर पाया तो। ऐसे नेगेटिव ख्याल आएं तो उस वक्त आदमी को लंबी-लंबी सांसें लेनी चाहिए।


छुटकारा पाने के लिए करें ऐसा

अगर पुरुष के पेनिस में एक अवस्था में सही उत्तेजना आती हो (उदाहरण के लिए सुबह के समय, पेशाब करते वक्त, नींद में या मास्टरबेशन के वक्त) पर दूसरी अवस्था में उत्तेजना न आती हो तो समस्या मानसिक होती है शारीरिक नहीं। अगर समस्या शारीरिक होगी तो तनाव की कमी हर अवस्था में महसूस होगी। जब भी नेगेटिव ख्याल मन में आएं, उस वक्त एंग्जाइटी या तनाव पैदा हो जाता है जिससे छुटकारा पाने के लिए धीरे-धीरे लंबी सांसें लेना एक उपाय है। इससे किसी भी प्रकार की एंग्जाइटी कई बार अपने आप कम हो जाती है।


खास दवाएं भी उपलब्ध हैं

अगर एंग्जाइटी ज्यादा हो तो कुछ खास दवाएं भी उपलब्ध हैं। ऐंटी-एंग्जाइटी दवाएं, कभी-कभार थोड़े समय के लिए सेक्स से पहले ली जा सकती हैं। नेगेटिव विचारों को खत्म करने में ये कभी-कभी सहायक हो सकती हैं। दूसरा, खून के बहाव की कमी की वजह से अगर आपकी समस्या है तो उससे फौरन छुटकारा पाने के लिए देसी वायग्रा या वायग्रा 50 व 100 मिलीग्राम की मात्रा में ली जा सकती है।

24 घंटे में एक बार

वायग्रा को सेक्स से एक घंटा पहले खाली पेट लें। इसका असर एक घंटे में शुरू होकर 4-6 घंटे तक रहता है। इसे 24 घंटे में एक ही बार लिया जा सकता है। यह दवा कई बार एंग्जाइटी वालों में यानी डर या चिंता से आई हुई तनावहीनता या तनाव कम होने में भी काफी फायदा कर सकती है।


जांच करा लेनी चाहिए

एक-दो बार सेक्स करने के बाद आहिस्ता-आहिस्ता ये दवाएं कम कर सकते हैं। 4-5 सेक्स के बाद तो शायद आपको इनकी जरूरत ही न पड़े। अगर आपकी उम्र 60-65 साल से ऊपर है तो आपका टेस्टेस्टोरॉन हॉर्मोन लेवल बढ़ाने से भी यह समस्या दूर हो सकती है। इसके लिए पहले जांच करा लेनी चाहिए कि आपके इस हॉर्मोन में कमी है या नहीं।


​टेस्टेस्टोरॉन जरूरी

टेस्टेस्टोरॉन के लेवल की जांच सही तरीके से होनी चाहिए। सुबह के समय खाली पेट 15 मिनट के अंतर पर तीन बार खून का सैम्पल लिया जाता है। जैसे नौ बजे, सवा नौ बजे और साढ़े नौ बजे। फिर इन तीनों सैम्पलों को मिक्स करने के बाद ही इसकी जांच करवाइए क्योंकि टेस्टेस्टोरॉन में हर 15 मिनट में उतार-चढ़ाव होता है। अगर इसमें कमी आ जाए तो भी लिंंग में तनाव में कमी आ सकती है।

उड़द की दाल खाएं

अगर टेस्टेस्टोरॉन में कमी आ जाए तो भी तनाव में कमी आ सकती है। इसका इलाज पहले आप नेचरल तरीके से करने की कोशिश करें। उड़द की दाल हफ्ते में दो बार गाय के घी में लहसुन का तड़का देकर लीजिए। साथ, ही योग में सूर्य नमस्कार क्रिया भी हॉर्मोन के नियंत्रण में सहायक हो सकती है।


दवाएं भी ले सकते हैं

इससे फायदा न हो तो आप टेस्टेस्टोरॉन या पुरुष हॉर्मोन की दवाएं भी ले सकते हैं। बाजार में कृत्रिम या सिंथेटिक टेस्टेस्टोरॉन उपलब्ध हैं। उसे लिया जा सकता है और उससे यह कमी पूरी हो सकती है, साथ-साथ लिंग के तनाव में इजाफा हो सकता है।

सेक्स के लिए भी अच्छा आयुर्वेद

आयुर्वेद से भी इसमें फायदा हो सकता है लेकिन आयुर्वेद में व्यक्ति का वात, पित्त या कफ दोष देखकर उसे समझकर उसको संतुलन में लाया जाता है। लेकिन इसमें इलाज लंबे समय तक चल सकता है। आयुर्वेद में बताया गया है कि जो पूरे शरीर के लिए अच्छा वह सेक्स के लिए भी अच्छा होता है।

 

 

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