कोलकाता और यहां के पर्यटन स्थल

महलों के इस शहर को सिटी ऑफ़ जॉय के नाम से भी जाना जाता है, माना जाता है ये शहर पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार भी है। दरअसल हम बात कर रहे हैं कोलकाता की, इस शहर को लम्बे समय से साहित्यिक, वीर क्रांतिकारी और कलात्मक धरोहर के लिए जाना जाता है। कोलकाता देश-विदेश से सीधे जुड़ा है जिससे यहाँ पहुंचना बेहद आसान है।

 

कोलकाता जाएं तो इन जगहों को जरूर देखें:-

1. मैदान और फोर्ट विलियम:-

हुगली नदी के पूर्वी किनारे पर फोर्ट विलियम नाम का एक किला है। जिसे ब्रिटिश राज के दौरान इंग्लैंड के राजा विलियम तृतीय के नाम पर बनवाया गया था। यह भारत के सबसे बड़े पार्कों में से एक है जो कि 3 वर्ग कि॰मी॰ के क्षेत्र में फैला है। चूंकि फोर्ट विलियम को अब भारतीय सेना के लिए इस्तेमाल किया जाता है इसलिए आम लोगों को यहां प्रवेश के लिए विशेष अनुमती लेनी पड़ती है

2. काली मंदिर:-

सडर स्ट्रीट से 6 किलोमीटर दूर एक मंदिर है जो कोलकाता की संरक्षक देवी काली मां को समर्पित है। आपको बता दें कि इससे पहले वहां पुराना काली मंदिर हुआ करता था जिसकी जगह पर 1809 में वर्तमान स्थित मंदिर का निर्माण करवाया गया। यह मंदिर काफी खूबसूरत है और इसकी बहुत मान्यता भी है भक्त दूर-दूर से यहां आकर मां से मन्नत मांगते हैं

3. बेलूर मठ:-

बेलूर मठ रामकृष्ण मिशन का मुख्यालय है, इसकी स्थापना 1899 में स्वामी विवेकानंद ने की थी, जो रामकृष्ण के शिष्य थे। यहां 1938 में बना मंदिर हिंदु, मुस्लिम और इसाई शैलियों का मिश्रण है। यह अक्टूबर से मार्च के दौरान सुबह 6.30 बजे से सुबह 11:30 बजे तक और दोपहर को 3:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक तथा अप्रैल से सितंबर तक सुबह 6:30 बजे से सुबह 11:30 बजे तक और शाम को 4:00 बजे से 7:00 बजे तक खुलता है।

4. विक्टोरिया मेमोरियल:-

1906-21 के बीच बना यह स्मारक रानी विक्टोरिया की याद में बनाया गया है। इस स्मारक पर हमें बेहद खूबसूरत शिल्पकला के उदाहरण देखने को मिलते हैं। यहां मौजूद मुगल शैली के गुंबदों में पुनर्जागरण काल की शैलियां दिखाई पड़ती हैं। तभी तो ये स्मारक पर्यटकों को हमेंशा से अपनी तरफ आकर्षित करता रहा है।

5. बॉटेनिकल गार्डन्स:-

कई एकड़ में फैली हरियाली, पौधों की दुर्लभ प्रजातियां, सुंदर खिले फूल, शांत वातावरण... यहां प्रकृति के साथ शाम गुजारने की एक सही जगह है। बताया जाता है कि इस गार्डन में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा बरगद का पेड़ है, जो 10,000 वर्ग मीटर में फैला है, इसकी लगभग 420 शाखाएं हैं। ये बरगद का पेड़ अपनी विशालता के कारण लोगों को यहां घूमने के लिए विवश करता है जिसकी छाया का एक अलग ही आनंद आता है।

6. हावड़ा ब्रिज:-

70 साल से भी पहले बना हावड़ा ब्रिज इंजीनियरिंग का एक अनोखा चमत्कार है। हुगली नदी पर बना यह ब्रिज विश्व के व्यस्ततम कैंटीलीवर ब्रिजों में से एक है। कोलकाता और हावड़ा को जोड़ने वाला यह ब्रिज 2,313 फीट लम्बा और 269 फीट उँचा है, इसकी चौड़ाई 71 फीट है जिसके दोनो तरफ 15-15 फीट चौड़े फूटफाथ भी हैं। कहीं न कहीं हावड़ा ब्रिज भी कई दशकों से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है।

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