प्रकृति की सुंदरता देखें जम्मू-कश्मीर में

उत्तर भारत में बसा एक ऐसा राज्य जहां पर्यटन की सम्भावनाएं प्रबल हैं। जहां की प्राकृतिक सुंदरता लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए काफी है। हम बात कर रहे हैं जम्मू-कश्मीर की, हालांकि कुछ समय से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद ने अपने पैर जमा रखे हैं लेकिन बावजूद इसके लोग यहां की सुंदरता के मुरीद बने हुए हैं, दरअसल जम्मू-कश्मीर की सुंदरता हैं ही ऐसी की लोगों को अपना कायल बना दें।

आइए आपको बताते हैं यहां के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में:-

जम्मू:-

जम्मू-कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू को अपने भिन्नताओं और विशिष्टताओं के लिए देश-विदेश में जाना जाता है। अनेक जाति, धर्म, भाषा और संस्कृती से परिपूर्ण ये प्रदेश एक जाना- माना पर्यटन स्थल भी है। कहा जाता है कि जम्मू ही जम्मू-कश्मीर का मुख्य प्रवेश द्वार है। इस शहर के नाम के बारे में एक बड़ी ही रोचक कहानी है। लोगों का कहना है कि इस शहर का नाम  शहर के निर्माणकर्ता ‘जम्बूलोचन’ के नाम पर पड़ा है, और वर्तमान में जो नाम है वो जम्बू का बिगड़ा हुआ नाम यानी कि अपभ्रंश है, लेकिन फिलहाल ये विवाद का मामला बना हुआ है कि ‘जम्बूलोचन’ ने शहर का निर्माण करवाया था या नहीं।

वैष्णो देवी:-

हसीन वादियों में त्रिकूट पर्वत पर गुफा में विराजित माता वैष्णो देवी का स्थान हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहाँ दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु माँ के दर्शन के लिए आते हैं। माता वैष्णो देवी का मंदिर राज्य के जम्मू जिले में कटरा नगर के समीप स्थित है। माता का ये मंदिर उत्तरी भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। मंदिर 5,200 फ़ीट की ऊंचाई और कटरा से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आपको बता दें कि यहां हर साल लाखों तीर्थयात्री माता के दर्शन के लिए आते हैं। माता के इस मंदिर के बारे में ये भी बताया जाता है कि यहां भारत के तिरुमला वेंकटेश्वर मंदिर के बाद सबसे ज्यादा श्रद्धालु आते हैं।

माता के भवन में पहुँचने वाले यात्रियों के लिए जम्मू, कटरा, भवन के आसपास आदि स्थानों पर माँ वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की कई धर्मशालाएँ और होटल हैं, जिनमें विश्राम करके आप अपनी यात्रा की थकान को मिटा सकते हैं, जिनकी पहले से बुकिंग कराके आप परेशानियों से बच सकते हैं। आप चाहें तो प्राइवेट होटलों में भी रुक सकते हैं।

रघुनाथ मंदिर:-

मंदिरों के शहर जम्मू में ही रघुनाथ मंदिर भी स्थित है। ये मंदिर काफी भव्य और आकर्षक है। आपको बता दें कि इस मंदिर का निर्माण महाराजा गुलाब सिंह ने 1835 इसवी में शुरू किया था, और बाद में उनके बेटे महाराजा रणवीर सिंह ने 1860 में पूरा किया। मंदिर की खूबसूरती देखने योग्य है, आपको बता दें कि मंदिर के आंतरिक भाग को सोने की पट्टियों से सजाया गया है जो कि लोगों का ध्यान अपनी तरफ खिंचती है। मंदिर में सभी देवी-देवताओं की कलात्मक मूर्तियां देखने योग्य है।

रणवीरेश्वर मंदिर:-

जम्मू में एक और प्रसिद्ध मंदिर है जिसका नाम रणवीरेश्वर मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण महाराजा रणवीर सिंह ने 1883 में करवाया था। ऊंचाई पर होने की वजह से भगवान शिव का ये मंदिर दूर से नज़र आ जाता है।

कैसे आएं जम्मू-कश्मीर ?

वायुमार्ग : अमृतसर, चंडीगढ़, दिल्ली, मुंबई, श्रीनगर तथा लेह से जम्मू के लिए इंडियन एयरलाइंस तथा मोदी लुफ्त की सीधी उड़ानें हैं। हवाई अड्डा पुराने शहर से 7 किमी दूर स्थित है।

 रेलमार्ग : देश के सभी प्रमुख शहरों से जम्मू के लिए रेल सेवा उपलब्ध है। कोलकाता, भोपाल,

अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, पठानकोट, चेन्नई तथा कन्याकुमारी के लिए जम्मू से सीधी रेल सेवाएं हैं। 

सड़क मार्ग : राष्ट्रीय राजमार्ग से जम्मू देश के मुख्य शहरों से जुड़ा हुआ है। जम्मू से अन्य प्रमुख शहरों के लिए प्रत्येक मौसम के लिए अच्छी सड़कें उपलब्ध हैं। जम्मू के लिए सीधी बस सेवाएं भी उपलब्ध हैं।

-->

Related Articles

Leave a Comment