आगरा में लगातार 20 घंटे बारिश, जलभराव से खुली अफसरों की पोल

संक्षेप:

  • नवीन आगरा और स्मार्ट सिटी के दावों की बारिश ने खोली पोल। 
  • कई सड़कों पर रहा जलभराव।
  • नाले की सफाई भी नहीं हुई।

आगरा- नवीन आगरा और स्मार्ट सिटी के दावों की पोल बारिश जाते-जाते खोल गई। मानसून में जलभराव के बाद अफसरों ने जल निकासी की व्यवस्था में सुधार के दावे किए थे। लेकिन उन दावों की कलई भी बारिश ने खोल दी। ताजनगरी के सभी बड़े नाले मंटोला, काजीपाड़ा, महावीर, बोदला, अशोक नगर, नूरी गेट, शाही कैनाल, लंगड़े की चौकी, फ्रीगंज पूरी तरह से चोक रहे, जिसमें चमड़े की कतरनें तैर रहीं थीं। 

बिजलीघर चौराहे पर जलभराव में कतरन और कचरा तैरता मिला, जबकि नगर निगम के अफसर नालों की तलीझाड़ सफाई के दावे कर रहे थे। पानी की निकासी न होने से सड़कों, घरों और दुकानों में दो से तीन फीट तक पानी भर गया, जिसे निकालने में पूरी रात लोग जुटे रहे। सड़कों पर जलभराव से लोग दिनभर जूझते रहे। इतना ही नहीं करीब 15 घंटे लगातार हुई बारिश से थाने और अस्पतालों में पानी भग गया। 

मुस्तफा क्वार्टर में घरों में घुसा पानी 
रिमझिम बारिश से ही नालों के चोक होने से घरों, दुकानों में पानी भर गया। मुस्तफा क्वार्टर में घरों के अंदर पानी भर गया। बेडरूम में बेड और सोफा आधा डूब गया। स्लैब के नीचे किचन के बर्तन और सामान पानी में डूब गए। शिवाजी मार्केट में दुकानों में पानी भर गया, वहीं राजामंडी में कपड़ा कारोबारियों की दुकानों में पानी भरने से नुकसान हो गया। 

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


इन सड़कों पर रहा जलभराव
सेंट जोंस-लोहामंडी रोड, चर्च रोड, रामनगर, सूरसदन चौराहा, नगर निगम के सामने एमजी रोड, वजीरपुरा रोड, हलवाई की बगीची, देवरी रोड, ग्वालियर रोड, कैलाशपुरी, आवास विकास कॉलोनी, राजपुर चुंगी, शमशाबाद रोड, फतेहाबाद रोड, बेसन बस्ती, लोहामंडी, तोता का ताल, अलबतिया रोड, सुभाष नगर, अवधपुरी, आजमपाड़ा, शंकरगढ़ की पुलिया, लंगड़े की चौकी, फ्रीगंज, सुल्तानगंज पुलिया फ्लाई ओवर, बल्केश्वर रोड, वाटरवर्क्स लाल मस्जिद, मदिया कटरा रोड पर दिनभर जलभराव रहा।

`नहीं हुई नाले की सफाई`
काजीपाड़ा की पार्षद ज्ञानवती ने कहा कि नाला पूरी तरह से चोक था, जिस वजह से सड़क पर पानी भर गया। नाले की बेरिकेडिंग न करने से कुत्ता बह गया। 90 मीटर का नाले का हिस्सा टूटा हुआ है, जिसमें कोई भी गिर सकता है। नगर निगम के अधिकारी न नाले साफ करा रहे, न बैरिकेडिंग करा रहे। 

`नालों में कतरनें भरीं`
काजीपाड़ा निवासी मनीष कुमार ने कहा कि कतरनें नालों में भरी पड़ी हैं, पर अधिकारी वह नहीं देखते। शिकायतें करने पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। कोई हादसा हो जाएगा तो कौन जिम्मेदारी लेगा। पहले भी यहां कई लोग नाले में बहकर जान गंवा चुके हैं। 

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य आगरा की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles