दरवेश यादव हत्याकांड: हत्या आरोपी मनीष शर्मा की इलाज के दौरान हुई मौत

संक्षेप:

  • आगरा के दरवेश यादव हत्याकांड का मुख्य आरोपी अधिवक्ता मनीष शर्मा की इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई.
  • उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष दरवेश यादव को गोली मारने के बाद मनीष ने खुद को गोली मार ली थी.
  • बता दें कि बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष दरवेश यादव की आगरा जिला न्यायालय के परिसर में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

आगरा: आगरा के दरवेश यादव हत्याकांड का मुख्य आरोपी अधिवक्ता मनीष शर्मा की इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई. उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष दरवेश यादव को गोली मारने के बाद मनीष ने खुद को गोली मार ली थी. उसे इलाज के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बता दें कि बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष दरवेश यादव की आगरा जिला न्यायालय के परिसर में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद परिजन ने सरकार से सीबीआई जांच की मांग की थी.  आगरा में एक सम्मान समारोह के बाद साथी वकील मनीष ने लाइसेंसी पिस्टल से दरवेश यादव को गोली मारने के बाद उसने खुद को भी गोली मार ली थी. दोनों को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने दरवेश यादव को मृत घोषित कर दिया.

क्या था मामला

आगरा में 5 जून को दरवेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वह स्वागत समारोह में भाग लेने के लिए आगरा जिला न्यायालय पहुंची थीं. हत्या का आरोपी भी वकील ही था, जिसने दरवेश को गोली मारने के बाद खुद को भी गोली मार ली थी. गौरतलब है कि दरवेश दो दिन पहले ही बार काउंसिल की अध्यक्ष चुनी गई थीं.

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पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं दरवेश

हत्‍या से दो दिन पहले ही दरवेश उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं. यूपी बार काउंसिल के इतिहास में वे पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं. यूपी बार काउंसिल का चुनाव रविवार को प्रयागराज में हुआ था. दरवेश सिंह और हरिशंकर सिंह को बराबर 12-12 वोट मिले. दरवेश सिंह के नाम एक रिकॉर्ड यह भी है कि बार काउंसिल के 24 सदस्यों में वह अकेली महिला थीं. चुनाव मैदान में कुल 298 प्रत्याशी थे. दरवेश सिंह मूल रूप से एटा की रहने वाली थीं. वर्ष 2016 में वह बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष रह चुकी थीं. वह पहली बार 2012 में काउंसिल के सदस्य के तौर पर विजयी हुई थीं.

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