आगरा लाया गया महाकवि नीरज का पार्थिव शरीर, अंतिम दर्शन करने पहुंचे अखिलेश-विश्वास
- महाकवि गोपल दास नीरज का पार्थिव शरीर लाया गया आगरा
- उनका शरीर करीब चार घंटे अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा
- महाकवि नीरज का अंतिम संस्कार अलीगढ़ में किया जायेगा
आगरा: पद्मभूषण, महाकवि गोपल दास नीरज का पार्थिव शरीर 21 जुलाई यानी शनिवार सुबह करीब आठ बजे तक उनकी बेटी कुंदनिका शर्मा के बल्केश्वर स्थित घर लाया गया। यहां उनका शरीर करीब चार घंटे अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार अलीगढ़ में किया जाएगा। उनके अंतिम दर्शन के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कवि कुमार विश्वास, डीएम और एसएसपी भी आगरा पहुंचे है।
महाकवि नीरज जी के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए लोगों का आना सुबह से ही शुरू हो गया था। करीब 9 बजे कवि कुमार विश्वास भी यहां पहुंचे। इससे पहले डीएम एनजी रवि कुमार और एसएसपी अमित पाठक ने पुष्पचक्र चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं शिवपाल यादव के भी आने की खबर है। एससी आयोग के अध्यक्ष और सांसद कठेरिया दिल्ली से लौट रहे हैं। इसके अलावा अरुण जैमिनी, उदय प्रताप और सुरेंद्र शर्मा भी आ सकते है।
गीत ऋषि गोपालदास नीरज के गीतों के बीच लोग उनके अंतिम दर्शन कर रहे हैं। जिस कमरे में पार्थिव शरीर रखा गया है, वहां उनके प्रचलित गीत मसलन एक गीत गा लूं तो चलूं, कारवां गुजर गया गुबार देखते रहे आदि मद्धम गति से बजाए जा रहे हैं। नीरज जी के सबसे बड़े बेटे मिलन प्रभात गुंजन का कहना है कि बाबू जी का देहदान नहीं होगा। उनका शरीर इस स्थिति में नहीं है कि उनका देहदान कराया जा सके।
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वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नीरज जी की याद में इटावा में लॉयन सफारी की तरह ही कुछ ऐसा करेंगे, जिससे उन्हें देश और दुनिया याद रख सके। सपा सरकार ने हमेशा नीरज जी का और अन्य साहित्यकारों का सम्मान किया है क्योंकि ये देश का गौरव हैं। इसके अलावा, कवि कुमार विश्वास ने कहा कि नीरज जी ने पूरे देश पर राज किया। उनकी शख्सियत इसी बात से समझी जा सकती है कि उनके गीतों पर देवानंद, राज कपूर साहब ने अभिनय किया। अटल बिहारी वाजपेयी और पंडित जवाहरलाल नेहरू जैसे लोग उनके गीतों को गुनगुनाया करते थे। आज एक औलिया फकीर कबीर चला गया।
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