सुहागन स्त्रियों के खास हरियाली तीज, व्रत रखने के लिए है 5 नियम

संक्षेप:

  • आज देश में हरियाली तीज का पर्व मनाया जा रहा है
  • तीज का पर्व सुहागन स्त्रियों के बेहद खास
  • नीचे पढ़े- व्रत के 5 नियम

आज देश में हरियाली तीज का पर्व मनाया जा रहा है। यह त्योहार हर बार सावन के महीने में शुक्ल पक्ष की तृतीया की तिथि को मनाया जाता है। तीज का पर्व सुहागन स्त्रियों के सुहाग के लिए बहुत ही शुभ माना गया है लेकिन सावन के महीने में आने वाला यह तीज अपने आप में बहुत ही खास है। ऐसी कथा है कि हरियाली तीज ही वह शुभ दिन है जब भगवान शिव ने देवी पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें पत्नी बनाने का वरदान दिया था।

शिव पुराण के अनुसार, सती जब अगले जन्म में हिमालय की पुत्री पार्वती के रूप में जन्मीं तो नारद मुनि नें उन्हें भगवान शिव के बारे में बताया और पति रूप में उन्हें पाने के लिए प्रेरित किया। नारद से प्रेरणा मिलने के बाद पार्वती वन में जाकर भगावन शिव को पति रूप में पाने के लिए घोर तप करने लगीं। देवी भाग्वत पुराण के अनुसार तप करते हुए देवी ने अन्न-जल सब कुछ त्याग दिया था केवल वायु पीकर जीवित थीं। इससे देवी का शरीर सूख गया था।

देवी की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए और सती के ऊपर जो उनका क्रोध था वह शांत हुआ और पार्वती को अपनी अर्धांगिनी बनाने का वरदान दिया। इस अवसर पर देवी पार्वती के कहने पर भगवान शिव ने कहा कि जो भी सुहागन स्त्री सुहागन की तरह पूर्ण ऋंगार करके हरियाली तीज के दिन शिव-पार्वती की पूजा करेगी उनका सौभाग्य बढ़ेगा और दाम्पत्य जीवन में प्रेम और विश्वास बढ़ेगा।

ये भी पढ़े : श्रीकेदारनाथ के कपाटोद्घाटन की तिथि व समय हुई तय, 6 मई को सुबह ठीक इतने बजे खुलेंगे कपाट


व्रत के नियम

  1. तीज व्रत में रेत से शिवलिंग बनाकर पूजा करनी चाहिए। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि देवी पार्वती ने बालूका यानी रेत से शिवलिंग निर्मित करके शिव की तपस्या की थी।
  2. देवी पार्वती ने भगवान शिव के प्रति पूर्ण निष्ठा दिखाई थी इसलिए इस व्रत पति से छल-कपट नहीं करना चाहिए।
  3. पति से झूठ नहीं बोलना चाहिए। पति का अनादर और अपमानपूर्ण शब्द नहीं कहना चाहिए।
  4. दूसरों की निंदा ना करें।
  5. पति को भी चाहिए की अपनी पत्नी के व्रत को पूर्ण करने में सहयोग दें और उनका आदर करें। क्योंकि भगवान शिव ने देवी सती से नाराज होने के बावजूद देवी पार्वती की तपस्या पूर्ण करने में सहयोग दिया था।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य आगरा की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।