फर्जी शिक्षकों की भर्ती के मामले में हरदोई जनपद (Hardoi district) में फिर से 10 शिक्षकों को बर्खास्त (Terminate) किया गया है

हरदोई. जनपद में हाल ही में चौथी दफा ये कार्रवाई की गई है. बर्खास्त किए गए ये सभी शिक्षक, शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी कर रहे थे. बीएसए (BSA) ने इन सभी शिक्षकों के खिलाफ FIR कराने के भी निर्देश दिए हैं. फर्जी मार्कशीट लगा कर हासिल की नौकरी हरदोई के बीएसए ने जांच में फर्जी डाक्यूमेंट्स (Fake documents) के खुलासे के बाद 10 शिक्षकों पर कार्रवाई की है. चौंकाने वाली बात यह है कि बर्खास्त किए गए इन शिक्षकों ने भी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा (Dr. Bhimrao Ambedkar University Agra) की फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी हासिल की थी. हालांकि इन पर कार्रवाई की संस्तुति नवंबर माह में ही हो गई थी लेकिन जांच की जद में आए 16 शिक्षकों में से 10 शिक्षक हाईकोर्ट (High Court) चले गए थे. जबकि शेष शिक्षकों की बर्खास्तगी की संस्तुति बीएसए ने कर दी थी. लेकिन एसआईटी जांच (SIT investigation) में भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा (Dr. Bhimrao Ambedkar University Agra) से फर्जी डिग्रियां हासिल करने वाले इन शिक्षकों की मार्कशीट फर्जी पाई गई जिसके बाद शिक्षा विभाग ने इन पर शिकंजा कसा. जिन शिक्षकों पर कार्रवाई हुई है उनके नाम सत्येंद्र कुमार आशु , आनंद कुमार राधेश्याम, अनिल कुमार, अभिषेक कुमार, नमिता देवी, विजय कुमार राजन, ममता त्रिपाठी, गजेंद्र सिंह बताए जा रहे हैं.वेतन की भी होगी रिकवरी गौरतलब है कि शिक्षा विभाग का नोटिस मिलने के बाद हाईकोर्ट की तरफ से इन 10 शिक्षकों को स्टे आर्डर (Stay order) जरूर मिल गया था. लेकिन दोबारा दिए गए रिमाइंडर के दौरान जो दो नोटिस दिए गए उस पर इन्हें कोर्ट से राहत नहीं मिली. उधर एसआईटी जांच में भी इनकी मार्कशीट फर्जी पाई गईं. जिसके बाद बीएसए हेमंत राव ने इन 10 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए इनकी बर्खास्तगी कर दी. बीएसए का कहना है कि इन सभी शिक्षकों से आहरित वेतन की रिकवरी भी की जाएगी. याद दिला दें कि इससे पहले भी जनपद में वर्ष 2015 में फर्जी शिक्षकों का मामला सामने आया था. जिसके बाद धीरे-धीरे मामले खुलते गए और 2017 तक आते-आते तकरीबन सौ से अधिक शिक्षकों को चिन्हित कर निकाल बाहर किया गया था. इसके बाद इस पूरे मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी गई थी. एसआईटी की जांच के बाद और भी मामले सामने आए जिनमें बहुत से शिक्षक डॉक्टर भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी से फर्जी बीएड (B.Ed)डिग्री लगाकर या फिर अन्य यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन (Graduation), बीएड (B.Ed.) और बीटीसी (B.T.C.)के फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करते पाए गए. अब विभाग में ऐसे शिक्षकों के फर्जीवाड़े की जांच कर उनपर कार्रवाई की जा रही है. (रिपोर्ट -आशीष मिश्रा ) ये भी पढ़ें - मैनपुरी की महिलाओं ने यूपी पुलिस को दिखाया आइना, सुनवाई न होने पर खुद ही आरोपी को पकड़ा और दे दी सज़ा उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बोलीं- परिवार पर एक साल से हो रहा है जुल्म।

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