दवा करोबारी को पुलिस ने बचाया, जानिए किसने किया था अपहरण

संक्षेप:

  • परिचित ने रची थी अपहरण की साजिश
  • डकैतों का गढ़ कहलाता है बाड़ी क्षेत्र
  • विधायक ने दिए पुलिस को इनाम के 11 हजार रुपये

आगराः जगनेर से बुधवार रात अपहराण हुए दवा कारोबारी कपिल मंगल को पुलिस ने छुड़ लिया। दरअसल, अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त हुए कारोबारी ने खेरागढ़ पुलिस को बताया कि गुरुवार को उन्होंने भागने का प्रयास भी किया था, लेकिन उन पर निगरानी रख रहे बदमाशों ने उन्हें देख लिया।

भागने के प्रयास के कारण गुस्साए बदमाशों ने कारोबारी को बुरी तरह पीटा और तमाम यातनाएं दीं। यातनाओं के निशान कारोबारी की पीठ पर साफ- साफ देख जा सकते थे। पीटते हुए उससे बार- बार कह रहे थे कि तेरी वजह से पुलिस हमारे परिजनों को परेशान कर रही है और तेरे घरवाले पैसे देने के बजाए हमारे खिलाफ मुकदमा कर रहा है।

अपहरणकर्ता इस बात से खासे नाराज थे कि पुलिस ने कारोबारी की बरामदगी के लिए कार्रवाई शुरु कर दी थी। सीओ खेरागढ़ नरेंद्र राणा और इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा के अनुसार दवा कारोबारी का अपहरण गुर्जर गैंग ने किया था।

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बता दें कि बुधवार रात अपहरणकर्ता हुए जगनेर के दवा कारोबारी को शनिवार देर रात पुलिस ने अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान एक बदमाश को भी गिरफ्तार कर लिया है। कारोबारी ने पुलिस को बताया कि अपहर्ता आपस में कई बार उसके किसी परिचित को नाम ले रहे थे। उनकी बातचीत से पता चल रहा था कि उसके अपहरण की साजिश रचने वाला कोई कोई परिचित ही है।

पुलिस इस दिशा में कार्रवाई करने की योजना भी बना रही है। चंबल के बीहड़ों के बीचों बीच का बाड़ी क्षेत्र डकैतों को गढ़ कहा जाता है। चारों तरफ जंगल और दूर तक सन्नाटे के कारण डकैत पकड़ को अधिकांशत: सबसे पहले यहीं रखते हैं। रास्ते इतने दुर्गम हैं कि कोई आसानी से पहुंच भी नहीं पाता और यदि कोई बाहरी पहुंच जाए तो निकलना उसका मुश्किल ही होता है। दवा कारोबारी को अपहर्ताओं से मुक्त कराने पर खेरागढ़ थाने पहुंचे विधायक महेश गोयल ने पुलिस को 11 हजार रुपये इनाम के दिए।

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