आज प्रणब मुखर्जी को मिलेगा भारत रत्न, शर्मिष्ठा मुखर्जी बोलीं, ‘परिवार के लिए गर्व का क्षण'

संक्षेप:

देश आज 70वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को भारत रत्न दिया जायेगा। यह पहली बार है जब एक साल में तीन लोगों को भारत रत्न मिलेगा। गायक भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को मरणोपरांत भारत रत्न दिया जाएगा। प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इस सर्वोच्च सम्मान पर ट्वीट करते हुए लिखा कि परिवार के लिए गर्व और आनंद का क्षण`

भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के बाद प्रणब मुखर्जी ने कहा कि मैंने देश के लोगों को जितना दिया है, मुझे उससे कहीं ज्यादा इस महान देश के लोगों से मुझे मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर प्रणब मुखर्जी को उत्कृष्ट राजनेता बताते हुए ट्वीट किया कि प्रणब दा हमारे समय के एक उत्कृष्ट राजनेता हैं। उन्होंने दशकों तक देश की निस्वार्थ और अथक सेवा की है, जिसने देश के विकास पथ पर एक मजबूत छाप छोड़ी है। उनके ज्ञान और बुद्धिमत्ता में कुछ समानताएं हैं। बेहद खुशी हुई कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


वहीं नानाजी देशमुख के बारे में ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए नानाजी देशमुख का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने हमारे गांवों में रहने वाले लोगों को सशक्त बनाने के एक नई राह दिखाई। वह दलितों के प्रति विनम्रता, करुणा और सेवा का परिचय देते हैं। वह सही मायनों में भारत रत्न हैं!

झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को यहां कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में अहम योगदान देने वाले नाना जी देशमुख, नि:स्वार्थ भाव से देश सेवा करने वाले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और संगीत के क्षेत्र में दुनिया भर में देश को सम्मान दिलाने वाले भूपेन हजारिका वास्तव में ‘‘भारत माता के सपूत’’ हैं और वह इन शख्सियतों को भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार को हार्दिक धन्यवाद देते हैं।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य आगरा की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles