किशोरी के अगवा होने पर किया हंगामा, बरामदगी के बाद लड़की ने किया चौंकाने वाला ख़ुलासा

संक्षेप:

  • उसका अपहरण हुआ ही नहीं था, यह था वो राज़
  • दिल्ली के तिलक नगर में पेइंग गेस्ट हाउस में रह रही थी
  • किशोरी को अगवा बताकर सात दिन से हंगामा प्रदर्शन

आगरा । न्यू आगरा क्षेत्र से ताजगंज की जिस 16 वर्षीय किशोरी को अगवा बताकर सात दिन से हंगामा प्रदर्शन किया जा रहा था, उसका अपहरण हुआ ही नहीं था। वह अपनी मर्जी से गई थी, जी हां वह दिल्ली के तिलक नगर में पेइंग गेस्ट हाउस में रह रही थी। पुलिस ने उसे वहां से बरामद कर लिया।

वह 23 फरवरी को अपने दोस्त रिंकू और दिव्यांशू के साथ कार से गई थी। पुलिस ने रिंकू को हिरासत में ले लिया है। दिव्यांशू साइबर अपराध के मामले में ग्वालियर में जेल जा चुका  है। किशोरी न्यू आगरा में बुआ के घर से अस्पताल से दवा लेने जाते समय लापता हुई थी। सीसीटीवी फुटेज में उसे एक युवक ले जाता नजर आया। किशोरी के पिता ने उसकी पहचान मेहताब राणा निवासी मेरठ के रूप में की। पुलिस ने उसके खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर लिया था। मेहताब तीन साल पहले तक किशोरी के पिता के साथ एक बेकरी में काम कर चुका था।

उसके खिलाफ 2018 में किशोरी के अपहरण का केस दर्ज है। इसमें वह जेल गया था। पुलिस ने मान लिया था कि अपहरण मेहताब ने ही किया है।लेकिन अब सोमवार की रात किशोरी दिल्ली से बरामद हुई तो कहानी में नया मोड़ आ गया।
 
किशोरी ने रचा नाटक
किशोरी ने इस पूरे नाटक की वजह पुलिस को बता दी। उसका मकसद मेहताब राणा को जेल भिजवाना था। उसने बताया कि जब तीन साल पहले मेहताब ने अपहरण किया था, तब उसे बुर्का पहनाकर रखा था। उसके परिजन यह बात जानते थे। इसलिए वह बुर्का पहनकर गई ताकि फुटेज में नजर आए तो शक मेहताब पर जाए।

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उसे जो दोस्त रिंकू साथ दिल्ली ले गया, वह पठानी सूट पहने था। मेहताब भी पठानी सूट पहनता है। फुटेज में उसका चेहरा साफ नहीं था। उसका पठानी सूट और बेटी को बुर्के में देख परिजनों ने आरोपी को मेहताब बता दिया था। किशोरी ने कहा कि मेहताब ने उसके साथ बहुत ज्यादती की है, लेकिन उसे उतनी सजा नहीं मिली। 
 
उधर, पुलिस ने किशोरी को दिल्ली ले जाने में मदद करने वाले रिंकू को हिरासत में लिया है। उसने बताया कि वह दिव्यांशू के कहने पर मदद को आया था। उसे दिव्यांशू ने बताया था कि किशोरी को परिजन नहीं पढ़ा रहे हैं। इसलिए उसे कोचिंग में दाखिल करने जा रहा है। इसलिए वह साथ आ गया था। दिव्यांशू के कहने पर ही पठानी सूट और टोपी पहनकर आया था। बुर्का बैग में लेकर आया था। उसे नहीं पता था कि मामला इतना तूल पकड़ लेगा। 
 

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