छेड़छाड़ के मुकदमे में फैसला न करने पर मारपीट व फायरिंग, छात्रा समेत तीन घायल

संक्षेप:

  • शुक्रवार देर रात छेड़छाड़ के आरोपी ने दंपती व उनकी बेटी के साथ की मारपीट।
  • तमंचे से की फायरिंग, छर्रे लगने से तीनों घायल।
  • मुकदमे में फैसले को दबाव बना रहा था आरोपी।

अलीगढ़- थाना सासनीगेट क्षेत्र की एक कॉलोनी में शुक्रवार देर रात छेड़छाड़ के आरोपी ने दंपती व उनकी बेटी के साथ मारपीट कर दी और तमंचे से फायरिंग भी की। छर्रे लगने से तीनों घायल हो गए। आरोप है कि हमलावर छेड़छाड़ के एक मुकदमे में फैसले को दबाव बना रहा था और धमकी दे रहा था। पीड़ित पक्ष शाम को थाने में शिकायत कर घर लौटा था। इसके कुछ ही देर बाद यह घटना हुई। पीड़ित ने थाने में तहरीर दी है।

एक कॉलोनी निवासी परिवार की नाबालिग बेटी संग वर्ष 2019 में कॉलोनी के ही साहिल भारद्वाज उर्फ कान्हा ने छेड़छाड़ कर दी थी। इस मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। आरोप है कि युवक पुराने मुकदमे में फैसले के लिए दबाव बना रहा था।

शाम को छात्रा कोचिंग के लिए जा रही थी, तभी नामजद युवक ने उसे रोक कर धमकाया। छात्रा ने घर आकर परिजनों को जानकारी तो वे थाने में शिकायत लेकर पहुंच गए। जैसे ही छात्रा अपने माता-पिता के साथ घर पहुंची, तभी आरोपी घर में घुस आया और छात्रा की मां का हाथ पकड़कर बाहर खींच लाया। विरोध पर गाली-गलौच करते हुए उनके साथ मारपीट कर दी।

ये भी पढ़े : युवती ने अश्लील वीडियो चैट कर बनाया एमएमएस, सोशल मीडिया पर वायरल करने की दी धमकी, मांगे 20 हजार रुपये


इस दौरान आरोपी तमंचे से धमकाता रहा और फिर गोली चला दी। बीच-बचाव करने पर छात्रा व उसके पिता के साथ भी मारपीट करते हुए जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर डाली। जिससे तीनों छर्रे लगने से घायल हो गए। शोरशराबे पर आरोपी वहां से भाग गया। तीनों घायलों को पुलिस जिला अस्पताल लेकर पहुंची।

जहां से उन्हें जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। सासनीगेट के प्रभारी निरीक्षक पंकज मिश्रा ने बताया कि दोनों पक्षों में पहले से ही विवाद चला आ रहा है। मामले में छात्रा की ओर से मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। आरोपी हमलावर घर से फरार है तलाश की जा रही है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Related Articles