शहर में रहे सुरक्षा के कड़े इंतजाम, घरों की हुई निगरानी

संक्षेप:

  • छह दिसंबर को लेकर सोमवार को शहर में पुलिस अलर्ट रही। 
  • संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के घरों पर भी पुलिस की निगरानी रही।
  • मथुरा जाने का एलान किया था, बाद में उन्होंने वापस ले लिया।

अलीगढ़- छह दिसंबर को लेकर सोमवार को शहर में पुलिस अलर्ट रही। सेक्टर स्कीम के तहत पुलिस बल को शहर में तैनात रखा गया। मजिस्ट्रेट भी तैनात रहे। पुराने शहर व सिविल लाइंस इलाके के संवेदनशील व मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस का पैदल गश्त भी रहा। इस दौरान शहर में उन संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के घरों पर भी पुलिस की निगरानी रही, जिन संगठनों ने मथुरा जाने का एलान किया था, बाद में उन्होंने वापस ले लिया था।

छह दिसंबर को शौर्य दिवस व काला दिवस के रूप में अलग अलग संगठनों के लोग मनाते आ रहे हैं। सांप्रदायिक रूप से अतिसंवेदनशील शहर में सेक्टर स्कीम लागू कर नौ सेक्टरों में शहर को बांटा गया। साथ में आरएएफ, पीएसी आदि लगाई गई। साथ में पुलिस प्रशासनिक अधिकारी भी सतर्क रहे। इस दौरान ऐसे 50-60 लोगों को रेडकार्ड नोटिस दिए गए थे, जिनके संगठनों ने मथुरा जाने का एलान कर रखा था। हालांकि एलान वापस भी कर लिया गया था। इन सभी के घरों पर पुलिस निगरानी रखी गई। सुबह से ही उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी गई।

घरों में रहकर ही किया जलाभिषेक
भारत हिंदू महासभा की महिला जिलाध्यक्ष सासनी गेट की गौरी पाठक के अनुसार उनके घर पर सुबह से पुलिस की निगरानी रही। इसके चलते वे शहर से कहीं बाहर नहीं गईं। साथ में उनके संगठन ने भी एलान वापस ले लिया था। मगर यह जरूर कहा था कि जो जहां है, वह भगवान श्रीकृष्ण के नाम से जलाभिषेक कर सकता है। इस पर संगठन के लोगों के साथ मिलकर घर पर ही जलाभिषेक किया।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


सीओ तृतीय व आरपीएफ-जीआरपी ने चलाया संयुक्त चेकिंग अभियान
छह दिसंबर के मद्देनजर सोमवार को रेलवे स्टेशन परिसर में सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय, आरपीएफ व जीआरपी इंस्पेक्टर ने मिलकर संयुक्त रूप से सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान डॉग स्क्वायड के साथ मार्च कर यात्रियों को भी जागरूक किया गया। जबकि ट्रेनों में नियमित चेकिंग के साथ संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई।
बता दें कि छह दिसंबर पर पूर्व में डाक द्वारा रेलवे स्टेशनों को उड़ाने की धमकी दी गई थी। हालांकि, किसी अनहोनी के इनपुट नहीं थे तो पुलिस ने राहत की सांस ली। लेकिन छह दिसंबर के मद्देनजर पूरे स्टेशन परिसर को अलर्ट पर रखा गया। सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय, आरपीएफ इंस्पेक्टर चमन सिंह तोमर व जीआरपी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार ने जवानों के साथ स्टेशन पर मार्च निकाला। इस दौरान ट्रेन के विभिन्न कोच, टॉयलेट के साथ स्टेशन परिसर में संदिग्ध वस्तु व व्यक्तियों की चेकिंग की गई। हालांकि शाम तक कोई भी संदिग्ध वस्तु व व्यक्ति नहीं मिले। इस दौरान आरपीएफ का डॉग स्क्वायड भी साथ में था।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Related Articles