इलाहाबादः नाम छिवकी स्टेशन टर्मिनल पर सुविधाओं का टोटा

संक्षेप:

इलाहाबाद : रेलवे दावा कर रहा है कि कुंभ से पहले इलाहाबाद के सभी स्टेशनों का कायाकल्प हो जाएगा। श्रद्धालुओं को सभी आधुनिक सुविधाएं स्टेशनों पर मिलेंगी। इसके लिए इलाहाबाद के तीन स्टेशनों को टर्मिनल भी बनाया जा रहा है। छिवकी स्टेशन टर्मिनल के रूप में विकसित किया जा रहा है, लेकिन स्टेशन पर सुविधाओं का टोटा है।

यात्रियों के बैठने के लिए कुर्सियां नहीं हैं। पूरे प्लेटफार्म पर शेड नहीं है। फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) पर शेड न होने से प्रतिदिन ढाई हजार से अधिक यात्रियों को भीषण गर्मी में प्लेटफार्म तक जाना पड़ता है। अगले साल होने वाले कुंभ के दौरान गाड़ियां का संचालन इलाहाबाद छिवकी टर्मिनल से भी किया जाना है।

इसलिए यहां पर चौथे प्लेटफार्म का काम तेजी से चल रहा है। कुंभ तक इसके पूरा होने की संभावना है, लेकिन यात्री सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यात्रियों को अगर प्लेटफार्म पर जाना है तो दिन में उन्हें तेज धूप का सामना करना पड़ता है। क्योंकि फुट ओवर ब्रिज पर शेड नहीं है। पूरे प्लेटफार्म पर शेड न होने के कारण यात्रियों को धूप में गाड़ी पकड़नी पड़ती है।

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अगर वह किसी तरह प्लेटफार्म पर पहुंच भी जाएं तो वहां पर बैठने के लिए कुर्सियां नहीं हैं। इसलिए मजबूरी में जमीन पर बैठना पड़ता है। पानी की पर्याप्त व्यवस्था न होने से पानी खरीदना पड़ता है। बस इतना है कि टर्मिनल के नाम पर एक स्वचालित सीढ़ी जरूर चल रही है।

एक एफओबी की जरूरत

छिवकी स्टेशन पर अभी दो एफओबी हैं, लेकिन दोनों पश्चिमी छोर पर हैं। जबकि यात्रियों को बैठने के लिए जहां पर शेड लगे हुए हैं वहां जाने के लिए चक्कर काटना पड़ता है। यात्रियों की सुविधा के लिए पूर्वी छोर पर एक एफओबी की जरूरत है, ताकि उन्हें परेशानी न हो। अभी जो दो एफओबी हैं। वह कम चौड़े हैं। इसलिए जब दो ट्रेनें आ जाती हैं तो यात्रियों को आने-जाने में परेशानी होती है।

यात्री विश्रामालय न होने पर दिक्कत

छिवकी टर्मिनल पर अभी तक यात्री विश्रामालय नहीं बन पाया है। इसके कारण यात्रियों को बहुत दिक्कत होती है। हालांकि इलाहाबाद मंडल ने विश्रामालय बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा टिकट घर, आरपीएफ और जीआरपी की पोस्ट के लिए स्थान समेत पार्सल आदि का काम होना है। इसके अलावा कई छोटे-मोटे काम भी होने हैं। सभी काम कुंभ तक होने हैं।

अभी तक शुरू नहीं हुआ यात्री आश्रय का काम

छिवकी स्टेशन पर कुंभ से पहले यात्रियों को रोकने के लिए तीन यात्री आश्रय (बाड़ा) बनाए जाने हैं। अभी तक इनका निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। अगले महीने से बारिश शुरू होने पर बाड़े बनाने के काम में बड़ी दिक्कत आएगी। इसके अलावा नैनी स्टेशन पर अभी तीन बाड़े हैं। दो और बाड़े बनाए जाने हैं।

नैनी स्टेशन पर नहीं बुझ पाती प्यास

नैनी स्टेशन पर प्लेटफार्म को जोड़ने वाला फुट ओवर ब्रिज बनने से यात्रियों को काफी सहूलियत हो गई है। लेकिन अभी तक स्टेशन पर पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो पाई है। इसलिए प्लेटफार्म पर यात्री प्यास बुझा नहीं पाते हैं। सभी प्लेटफार्म पर पानी की पर्याप्त व्यवस्था के लिए पाइप डाली जा रही है। दावा किया जा रहा है कि कुंभ से पहले स्टेशन पर पानी की दिक्कत बिल्कुल खत्म हो जाएगी।

इलाहाबाद मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि कुंभ से पहले एफओबी पर शेड, बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सियां, यात्री विश्रामालय समेत कुंभ से जुड़े सभी काम पूरे हो जाएंगे। इलाहाबाद छिवकी स्टेशन पर ए स्तर के स्टेशनों की तरह सभी यात्री सुविधाएं रहेंगी।

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