इलाहाबाद में 600 पुलिसकर्मी लापता, मचा हड़कंप

संक्षेप:

  • इलाहाबाद में छह सौ पुलिसकर्मी लापता
  • बिना ड्यूटी के ले रहे तनख्वाह
  • एसएसपी ने दिए जांच के आदेश

इलाहाबाद: यूपी की कानून व्यवस्था से हर कोई वाकिफ है। यही नहीं अगर हम सिर्फ इलाहाबाद की बात करें तो यहां लगातार हत्याएं, डकैती, चोरी और रेप की घटनाएं होती रहती है और पुलिस इसको रोकने में नाकाम साबित हो रही है।

लेकिन कानून व्यवस्था का हाल सुधार कैसे हो जब इलाहाबाद में करीब छह सौ पुलिसकर्मी लापता हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि इन पुलिस वालों को सैलरी तो मिल रही है पर कहां पर तैनात हैं या क्या काम कर रहे हैं किसी नहीं पता है।

सालों से इन पुलिसकर्मियों ने अपनी आमद सत्यापित नहीं कराई है। रिकार्ड न मिलने पर महकमे में खलबली है। इसे पुलिस महकमे में बड़ा गड़बड़झाला माना जा रहा है। एसएसपी नितिन तिवारी ने ट्रेजरी और जिले में तैनात पुलिसकर्मियों की लिस्ट का मिलान किया तो छह सौ पुलिसकर्मियों का फर्क पकड़ में आया। बिना ड्यूटी, तनख्वाह लेने वाले इन पुलिसकर्मियों की जांच शुरू हो गई है।

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एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों की तनख्वाह रोकने का निर्देश दिया है। दरअसल अभी तक जिले की पुलिस का ज्यादातर वर्क पेपर पर चल रहा था। एसएसपी ने जिले का पूरा सिस्टम ऑनलाइन करा दिया है। ऐसा साफ्टवेयर लांच किया गया है जिसमें पुलिसकर्मी का पूरा रिकार्ड, तैनाती दर्ज हो रही है। डाटा फीड करने के दौरान यह बात सामने आई। इसके बाद एसएसपी ने दोबारा सभी थानों, आफिसों, सेल, पुलिस लाइन और अफसरों के यहां तैनात पुलिसकर्मियों की सूची मंगाई। अफसरों से सूची का मिलान ट्रेजरी की सूची से करवाया गया।

ट्रेजरी की सूची से तनख्वाह लेने वाले छह सौ पुलिसकर्मी की तैनाती कहीं भी नजर नहीं आई। संबंधित पुलिसकर्मी हैं भी अथवा नहीं, नौकरी छोड़ गए हैं या कर रहे हैं, इसकी जानकारी किसी को नहीं हैं। पुलिसकर्मियों की कमी झेल रहे महकमे को इन छह सौ पुलिसकर्मियों के सामने आने पर बड़ी मदद मिलेगी। आकड़ा छह सौ का है, यानी हर थाने में करीब 15 पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ जाएगी।

एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पुलिस विभाग की सूची और ट्रेजरी की सूची में फर्क है। छह सौ पुलिसकर्मी जो तनख्वाह ले रहे वह कहां पोस्ट हैं, किस काम में लगे हैं, यह किसी को नहीं पता। जांच कराई जा रही है। तनख्वाह रोकने का निर्देश भी दिया गया है।

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