अवैध खनन और गंगा की गंदगी को लेकर ये बोले इलाहाबाद के डीएम

संक्षेप:

  • यमुना नदी में धड़ल्ले से हो रहा खनन
  • जिला प्रशासन से की गई शिकायत
  • गंगा नदी की बीच धारा में फेंका गया एक पशु का शव

इलाहाबाद: संगम नगरी इलाहाबाद में यमुना नदी के नये ब्रिज के नीचे धड़ल्ले से खनन हो रहा है। ब्रिज के दोनों और नावों से जमकर रेत की निकासी की जा रही है। जिससे नये बिज्र के पिलर्स को भी बड़ा खतरा हो सकता है।

इस मामले की शिकायत जागरूक नागरिकों ने भी जिला प्रशासन से की है। लेकिन खनन विभाग के अधिकारियों की शह पर बेरोक-टोक यमुना के नये ब्रिज के दोनों ओर खनन बदस्तूर जारी है। वहीं जिलाधिकारी सुहास एल.वाई. का कहना है कि जिले में उपखनियों की उपलब्धता बनाये रखने के लिए 28 पट्टे स्वीकृत किए गए हैं।

उन्होंने कहा है कि पट्टाधारकों द्वारा यदि खनन पट्टे की सीमा के बाहर अवैध खनन किया जायेगा तो निश्चित तौर पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरुप ही ई टेंडरिंग के जरिए खनन पट्टे दिए गए हैं और जांच में अवैध खनन पाये जाने पर नियमानुसार कार्रवाई भी की जायेगी। 

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वहीं करोड़ों हिन्दुओं की आस्था की प्रतीक गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए केन्द्र सरकार न केवल अरबों - खरबों का बजट खर्च कर रही है। बल्कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने सत्ता में आने के बाद गंगा की स्वच्छता को लेकर नमामि गंगे का अलग मंत्रालय भी गठित किया गया है। लेकिन बावजूद इसके गंगा की सेहत में सुधार नहीं हो रहा है।

संगम में शास्त्री ब्रिज के पास गंगा नदी की बीच धारा में एक पशु का शव इस तरह फेंका गया है कि शव आधा पानी के उपर उतरा रहा है और उसे कुत्ते नोंच रहे हैं। इस दृश्य को देखकर गंगा के स्वच्छता अभियान का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। वहीं माघ मेले के बीते बमुश्किल एक माह ही समय हुआ है। लेकिन नदी के किनारे गन्दगी फैली हुई है और लोग अभी भी नदी में बेरोक-टोक गंदगी फेंक रहे हैं।

इसपर जिलाधिकारी सुहास एल. वाई का कहना है कि गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है। गंगा नदी में मृत पशुओं के शव फेंके को लेकर उन्होंने कहा है कि नगर निगम और नगर पंचायतों के माध्यम से गंगा को प्रदूषित न किए जाने को लेकर निगरानी की जाती है। लेकिन इसके बावजूद अगर कोई गंगा को प्रदूषित करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। हम आपको बता दें कि प्रयागराज में हर साल माघ मेला लगता है और छह वर्ष में कुम्भ और 12 वर्ष में महाकुम्भ का आयोजन भी होता है। जनवरी 2019 में संगम में कुम्भ के आयोजन की भी तैयारी चल रही है।  

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