सीएम योगी बोले- यूपी में पर्यटन के लिए गेमचेंजर साबित होगा कुंभ मेला

संक्षेप:

  • कुंभ मेले के लिए जोरशोर से चल रही है तैयारियां
  • सीएम योगी बोले- यूपी के पर्यटन के लिए गेमचेंजर साबित होगा कुंभ मेला
  • कुंभ मेले के लिए बनाए जाएंगे 5 हजार स्विस टेंट 

इलाहाबाद: इलाहाबाद में लगने वाले कुंभ मेले के लिए तैयारियां जोरशोर से चल रही है. इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा बयान दिया है. लखनऊ में एफएचआरएआई के वार्षिक सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज में होने वाला आगामी कुंभ मेला यूपी के पर्यटन के लिए गेमचेंजर साबित होगा। साथ ही उ्न्होंने कहा कि कुंभ मेले में 5000 स्विस टेंट लगाए जाएंगे।

इससे पहले सीएम योगी ने एक कार्यक्रम में कहा कि याग कुम्भ-2019 के दौरान 15 जनवरी से चार मार्च तक देश एवं दुनिया की प्रमुख विभूतियां दर्शन और स्नान के लिए यहां आयेंगी.

उन्होंने कहा कि कुंभ में ना सिर्फ श्रद्धालु, बल्कि बड़ी संख्या में पर्यटक भी आएंगे. इस दौरान संगम क्षेत्र में साफ-सफाई और अन्य व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति में कुंभ पर्व के प्रति सहज श्रद्धा उत्पन्न हो जाए. प्रयाग कुम्भ-2019 की तैयारियों में इन बातों का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए.

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योगी ने कहा कि प्रयाग कुंभ के मद्देनजर यह सुनिश्चित किया जाए कि 15 दिसम्बर, 2018 के बाद कोई भी गंदा नाला और औद्योगिक तरल या ठोस कचरा किसी भी सूरत में गंगा और उसकी सहायक नदियों में ना गिरे.

अगले साल 15 जनवरी से बिजनौर से लेकर बलिया तक गंगा को हर हाल में अविरल एवं निर्मल रखा जाना है. नगर विकास एवं सिंचाई विभाग पहले से ही बैठक कर इस बात को सुनिश्चित कर लें कि कुम्भ के दौरान गंगा में पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध रहे और प्रवाह भी अच्छा हो.

ये इंतजाम लुभाएंगे श्रद्धालुओं कोटेंट सिटी कुंभ मेला स्थल पर वाइ-फाइ व अन्य जरूरी सुविधाओं से युक्त 5,000 स्विस कॉटेज की टेंट सिटी स्थापित की जाएगी. इनमें 50 सुपर लग्जरी स्विस कॉटेज, 40 महाराज कॉटेज, 10 स्विस स्टाइल लग्जरी कॉटेज होंगे.

मंदिर जीर्णोद्धार माधव यानी विष्णु को प्रयाग का अधिष्ठाता देव माना जाता है. कुंभ मेला से पहले इलाहाबाद में वर्षों से उपेक्षित पड़े द्वादश माधव मंदिरों का जीर्णेद्धार होगा. इनके दर्शन के लिए माधव परिक्रमा पथ भी नए सिरे से तैयार होगा.

रोड शो कुंभ की महत्ता बताने के लिए कई बड़े देशों में प्रदेश सरकार के मंत्री और अधिकारी रोड शो करेंगे. मेला क्षेत्र में ओलंपिक की तरह सभी देशों के झंडे लगाए जाएंगे. विदेशी सैलानियों के लिए कुंभ में खास इंतजाम किए जाएंगे.

म्युजियम श्रद्धालुओं को कुंभ के महत्व से रू-ब-रू कराने के लिए पर्यटन विभाग इलाहाबाद के अरैल इलाके में कुंभ म्युजियम स्थापित करेगा. करीब 300 करोड़ रु. की लागत से बनने वाले म्युजियम में कुंभ से जुड़ी सभी जानकारियों का जिक्र होगा.

लेजर शो कुंभ मेला क्षेत्र के सभी 20 सेक्टरों में लेजर शो के जरिए इस पौराणिक मेले की महत्ता और इससे जुड़ी परंपराओं की झांकी पेश की जाएगी. श्संगम नोज्य पर लेजर शो कराने के लिए संबंधित विभागों से अनुमति मांगी गई है.

स्काई वॉक इलाहाबाद में गंगा पर 1905 में बने कर्जन रेलवे ब्रिज को स्काई वॉक के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव. देश में केवल आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी स्थित गोदावरी नदी पर बने ब्रिज पर ही स्काई वॉक की सुविधा मौजूद.

रिवर ट्रैफिक कुंभ से पहले गंगा में इलाहाबाद से हल्दिया के बीच रिवर ट्रैफिक की शुरुआत होगी. केंद्र इस योजना पर 5,500 करोड़ रु. खर्च करेगा. शहर में चार टर्मिनल बनाए जाएंगे. गंगा में फाइव स्टार, सेवन स्टार क्रूज उतरेंगे.

गाइड कुंभ में दुनिया के 192 देशों के पर्यटकों को बुलाया जाएगा. इनकी सुविधा के लिए देश के दूसरे प्रदेशों के भी पंजीकृत गाइडों की मदद ली जाएगी. इन विशेष प्रशिक्षित महिला और पुरुष गाइड के लिए एक ड्रेस कोड भी होगा.

स्नाइपर कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा का जिम्क्वात नेशनल सेक्युरिटी गार्ड (एनएसजी) पर होगा. प्रत्येक सेक्टर की संवेदनशील जगहों पर ब्लैक कैट कमांडो के अलावा खास जगहों पर स्नाइपर (अचूक निशानेबाज) भी तैनात होंगे.

डॉर्मेटरी कुंभ में आने वाले श्रद्धालु रैन बसेरे या पंडालों में न रह कर डॉर्मिटरी में रुकेंगे. पहली बार कुंभ मेला क्षेत्र के सभी 20 सेक्टरों में एक-एक डॉर्मिटरी बनेगी. इनमें कुल 20,000 श्रद्धालुओं के ठहरने का प्रबंध होगा.

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