इस तरह की इलाहाबादी बकैती सुन कर होना है लोटपोट, तो जल्दी करें ये काम

संक्षेप:

  • बकैती में कम नहीं है इलाहाबादी
  • ले सकते हैं अमित मिश्र की बकैती का आनंद 
  • 7 अप्रैल को है कार्यक्रम

इलाहाबाद: इलाहाबाद की पहचान में बड़े-बड़े नेताओं से लेकर साहित्यकारों तक की शख्सियत से जुड़ी हुई है। साथ ही यहां की पहचान अमरूद की मिठास से लेकर हास्य कलाकारों के व्यंग्य तक की रही है।

हास्य के तौर पर देखा जाए तो इलाहाबाद की बकैती भी कम नहीं है और कुछ ऐसा ही कार्यक्रम होने जा रहा है 7 अप्रैल को। इस दिन मशहूर हास्य कलाकार(stand-up comedien) अमित मिश्रा ठेठ इलाहाबादी, जिनकी रगों में इलाहाबादी बकैती वैसे ही दौड़ती है जैसे पानी। मने आस-पास की घटनाओं को अपने ही चुटिले अंदाज़ में बयां करने में माहिर है। आगामी 7 अप्रैल को बकैतों के शहर इलाहाबाद में अमित मिश्रा की एक प्रस्तुति है।

इस कार्यक्रम में आप आइए और बकैती का आनंद लीजिए। लेकिन उससे पहले आपको एक छोटा से परिचय अमित मिश्रा और उनकी बकैती का करा देते हैं।

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  • प्रस्तुति: `अर्जं है`
  • नाम है अमित मिश्रा, उम्र से ये अभी जवान हैं।
  • पढ़ाई की है MBA की और जन्मस्थान इलाहाबाद है।
  • परिवार में एक बीबी 2 बच्चे और माँ हैं। पेट भरने के लिए नौकरी करते हैं, कॉमेडी से रिश्ता बचपन से ही है।
  • इलाहाबाद को मस्त, सुस्त, फक्कड़ों का बुद्धिजीवियों का और बकैतों का शहर मानते हैं।
  • पहला ज्ञान जो आज के इलाहाबादी युवा को ये देना चाहते हैं। गुरु जैसे हो वैसे रहो ज़्यादा लोड लेवे के ज़रूरत नै न, कौन हमरे कहे से आज के युवा मां जईहे!"

अब बारी उनकी बकैती का...

1. अमित मिश्रा: दुनिया में 3 तरीके के जवाब दिए जाते हैं- हां, ना या शायद। चौथा जवाब हमारे इलाहाबाद में दिया जाता है, "तोसे का मतलब बे।"

2. अमित मिश्रा: अमूमन लोग हालचाल 2-3 तरीके से पूछते हैं। और भाई क्या हाल है , पंजाबी पूछते हैं- और सर जी की हालचाल, हमारा इलाहाबादी जो है 3 अक्षर में निपटा देता हैं, "कस बे।"

3. अमित मिश्रा: हमारे इलाहाबाद में हर जगह बकैती है अगर आपको थोड़ा से आगे बढ़ना है या आगे कहीं जाम है या कोई सामने खड़ा है तो अमूमन आदमी यही कहेगा भाई साहब थोड़ा सा जगह देंगे, थोड़ा सा साइड हो जाइये, हमारा इलाहाबादी जो है वो एक ही शब्द में निपटा देता है, "बढ़ बो"

4. अमित मिश्रा: खूबसूरती को अलग-अलग अंदाज से बयां किया जाता है. वाह क्या खूबसूरती है, बहुत खूबसूरत है, वाह क्या अदा है, हमारा इलाहाबाद फिर एक शब्द में निपटा देता है, "अबे बवाल"

कुछ इस तरह की बकैती का आप भी मजा ले सकते हैं और हो सकते हैं अमित मिश्रा से रूबरू। 7 अप्रैल की शाम 4 बजे। @the factory सिविल लाइन्स में।

अपनी सीट जल्द बुक करें। और  देखें अमित मिश्रा की लोट पोट कर देने वाली परफॉर्मेन्स LIVE सिर्फ NYOOOZ Allahabad पर।

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