एसआरएन दुष्कर्म: दुष्कर्म का पता लगाने के लिए जांच टीम पहुंची ओटी, रिपोर्ट भेजी

संक्षेप:

  • एसआरएन दुष्कर्म मामले की शुरू हुई जांच
  • जांच के लिए गठित टीम ने ओटी का किया दौरा
  • ओटी के दौरे के बाद अपनी रिपोर्ट भेजी

प्रयागराज- स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) हास्पिटल में युवती के साथ दुष्कर्म मामले की जांच के लिए बृहस्पतिवार को जांच टीम एसआरएन की ओपीडी में पहुंची और युवती के परिजनों से बातचीत की। साथ ही युवती के उपचार से संबंधित किए गए जांच और दवाओं के बारे में भी डाक्टरों की टीम से विस्तार से बातचीत किया। प्रथम दृष्टया टीम ने युवती के साथ किसी भी प्रकार के अमर्यादित कृत्य होने से इनकार किया है।

घटना की शिकायत मिलने के बाद मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह मेडिकल कॉलेज पैथालॉजी की विभागाध्यक्ष डॉ. वत्सला मिश्रा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। जांच कमेटी का गठन किया था। टीम मामले की छानबीन के लिए गुरुवार को आपरेशन थियेटर (ओटी) में पहुंची। टीम ने पूरी गहनता से मामले की जांच के बाद पाया कि मरीज के साथ किसी प्रकार का अमर्यादित व्यवहार नहीं किया गया है।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि आपरेशन शुरू होने से लेकर आपरेशन समाप्ति तक ओटी से बाहर आने तक चिकित्सीय टीम में चार महिला चिकित्सक, तीन पुरुष और एक महिला स्टाफ नर्स सम्मिलित थी। टीम ने आशंका जताई है कि आपरेशन क्रिया कि तैयारी के पहले डाक्टरों के द्वारा मरीज को अर्धबेहोशी की हालत में दिए गए फिजिकल इंस्ट्रमिलेशन और नली आदि लगाने की क्रिया को मरीज के द्वारा गलत व्यवहार समझा गया है। समिति के सदस्यों ने जांच में पाया कि आपरेशन कक्ष के दरवाजे पारदर्शी कांच के बने हुए हैं। जिनसे बाहर से अंदर और अंदर से बाहर सब कुछ देखा जा सकता है। मरीज के परिजन पूरे आपरेशन के दौरान आपरेशन कक्ष के बाहर मौजूद रहे।

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ज्ञात है कि स्वरूप रानी नेहरू (एसआरएन) हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान एक युवक ने अपनी बहन के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी। बुधवार को शिकायत सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो हड़कंप मच गया। मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने शिकायत की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि ऑपरेशन थियेटर में आठ लोग थे, जिसमें पांच महिलाएं थीं। बुधवार को सीओ मौके पर गए तो युवती बात करने की स्थिति में नहीं थी।

मिर्जापुर की रहने वाली वाली एक युवती की आंत का आपरेशन 31 मई की रात में एसआरएन हॉस्पिटल में किया गया था। युवती के भाई का आरोप है कि देर रात जब उसको वार्ड में छोड़ा गया तो वह कुछ कहना चाह रही थी, लेकिन होश में नहीं थी। जब उसे कागज दिया गया तो उसने बताया कि चार लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। बुधवार को सीओ सत्येंद्र तिवारी हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने बताया कि युवती की आंतों का बड़ा ऑपरेशन हुआ है। वह बोलने की स्थिति में नहीं थी। उसके  भाई ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच कराई जा रही है। उसके परिवार के अन्य लोगों से भी बात हुई है, लेकिन वे इस आरोप पर सहमत नहीं हैं। 

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