जानिए बाहुबली विधायक राजा भैया के पिता को मुहर्रम के दिन क्यों किया गया नजरबंद

संक्षेप:

  • अपने ही किले में नजरबंद हुए राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप
  • सभी संवेदनशील जगहों पर भी पुलिस बल तैनात
  • भंडारे का आयोजन करना चाहते हैं  राजा भैया के पिता

मुहर्रम के दिन भंडारा कराने पर अड़े पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया के पिता उदय प्रताप को जिला प्रशासन ने उनके ही किले में नजरबंद कर दिया है. किले के आस-पास सभी संवेदनशील जगहों पर भी पुलिस बल तैनात है. सुरक्षा की दृष्टि से पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.

पिछले दो सालों से हनुमान मन्दिर पर भंडारा कराने पर जिला प्रशासन ने रोक लगा रखी है, क्योंकि मन्दिर के बगल से मुहर्रम का जुलूस निकलता है और बंदर की पुण्यतिथि पर मुहर्रम के दिन ही राजा भैया के पिता मन्दिर में भंडारे का आयोजन करना चाहते हैं.

भंडारे की अनुमति नहीं मिलने पर राजा भैया के समर्थकों में प्रशासन के प्रति नाराजगी है. इस मामले को लेकर राजा भैया के पिता और प्रशासन के बीच ठनी हुई है. भदरी नरेश महाराज उदय सिंह ने कहा कि पूजा-पाठ संविधान का मौलिक अधिकार है. अगर योगी सरकार धर्म विरोधी कार्य करेगी तो हिंदू वोटों का नुकसान होगा.

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उन्होंने कहा कि बंदर की पुण्यतिथि पर यहां भंडारा और पूजा-पाठ का आयोजन किया जाता है. वर्षों पुरानी परंपरा के तहत इस भंडारे की शुरुआत राजा भैया के दादा बजरंग बहादुर सिंह ने की थी. 1945 से  इस भंडारे की शुरुआत हुई थी. अब इसके बाद भदरी नरेश महाराज उदय सिंह इस परंपरा को कई वर्षों से निभा रहे हैं.

स्थानीय लोगों ने बताया कि एक बंदर की यहां पर मौत हुई थी. इसलिए उस स्थान पर मंदिर बना कर भंडारा किया जाता है. भंडारे में हर साल 40 से 45 हजार लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं. मुहर्रम के दिन ही इस भंडारे का आयोजन होता है और वहीं से मुहर्रम का जुलूस भी निकलता है, इसके चलते भंडारे की अनुमति नहीं मिलती है.

यह प्रकरण हाईकोर्ट में भी पहुंचा था और हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी. इसके बाद से भंडारे का आयोजन बंद कराने को लेकर राजा भैया के पिता और पुलिस प्रशासन में हर साल ठनी रहती है. पिछली बार भी राजा भैया के पिता उदय प्रताप को महल में नजरबंद कर दिया गया था.

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