Shivratri 2018: शिवरात्रि पर इन मंत्रों का करें उच्चारण, पूजा होगी सफल

संक्षेप:

  • सावन मास में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि आज
  • शिव की पूजा करने से सभी मनोकामना पूरी होती है
  • शिव का रूप-स्वरूप जितना विचित्र है, उतना ही आकर्षक भी

श्रावण मास में आने वाली श‍िवरात्र‍ि का खास महत्‍व है। ऐसी मान्‍यता है क‍ि इस दि‍न यद‍ि पूरे व‍िध‍ि व‍िधान से भगवान शंकर की पूजा की जाए और व्रत रखा जाए तो मोक्ष की प्राप्‍त‍ि होती है और कई यज्ञों का फल प्राप्‍त होता है तथा जीवन में सुख-समृद्ध‍ि की कोई कमी नहीं होती। इस द‍िन व्रत रखने की परंपरा है। मान्‍यता है क‍ि इस द‍िन यद‍ि पुरुष व्रत रखें तो उन्‍हें धन-दौलत, यश और कीर्त‍ि प्राप्‍त होता है और मह‍िलाएं इस व्रत को रखें तो सौभाग्‍य का वरदान प्राप्‍त होता है।

सावन शिवरात्र‍ि का शुभ मुहूर्त

मान्‍यता है कि अगर सावन शिवरात्रि सोमवार को पड़े तो बहुत शुभ और मंगलकारी होता है। वैसे शिवरात्रि का शुभ समय मध्य रात्रि माना गया है। इसलिए भक्‍तों को शिव की पूजा मध्य रात्रि में करनी चाहिए। इस शुभ मुहर्त को ही निशिता काल कहा जाता है।

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सावन शिवरात्रि की पूजा विधि

  • सावन शिवरात्रि के दिन सुबह स्‍नान करने के बाद मंदिर जाएं या घर के मंदिर में ही शिव की पूजा करें।
  • मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी को पंचामृत जल अर्पित करें। दूध, दही, चीनी, चावल और गंगा जल के मिश्रण से पंचामृत बनता है।
  • पंचामृत जल अर्पित करने के बाद शिवलिंग पर एक-एक करके कच्‍चे चावल, सफेद तिल, साबुत मूंग, जौ, सत्तू, तीन दलों वाला बेलपत्र, फल-फूल, चंदन, शहद, घी, इत्र, केसर, धतूरा, कलावा, रुद्राक्ष और भस्‍म चढ़ाएं।
  • इसके बाद शिवलिंग को धूप-बत्ती दिखाएं।
  • सावन की शिवरात्रि के दिन भक्‍तों को व्रत रखना चाहिए। इस दिन केवल फलाहार किया जाता है। साथ ही खट्टी चीजों को नहीं खाना चाहिए। इस दिन काले रंग के कपड़ों को पहनना वर्जित माना गया है।

 इन मंत्रों का सही-सही उच्‍चारण करें

  •  ॐ नमः शिवाय
  • बोल बम
  • बम बम भोले
  • हर हर महादेव

पूजा करते दौरान आप भूलकर भी नहीं करे ये 5 गलतियां

1. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए कभी भी काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।

2. शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय ध्यान रखना चाहिए कि जिस जगह से चढ़ा जल बाहर आ रहा होता है उस जल को लांघना नहीं चाहिए।

3. शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय गलती से भी तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहिए। शास्त्रों में इसे वर्जित माना गया है।

4. शिवलिंग की पूजा करते समय भूलकर भी सिंदूर, तिल और हल्दी नहीं चढ़ना चाहिए।

5. इस दिन किसी भी व्यक्ति को गलत बात नहीं बोलना चाहिए और ना ही गलत सोचना चाहिए।

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