इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने के लिए सिद्धार्थ नाथ सिंह ने लिखा राज्‍यपाल को पत्र

संक्षेप:

  • इलाहाबाद का नाम बदलने का मामला एक बार फिर पकड़ने लगा जोर
  • सिद्धार्थ नाथ सिंह ने राज्‍यपाल राम नाईक को लिखा पत्र
  • डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी बोल चुके हैं- प्रयाग के नाम से है इलाहाबाद की पहचान 

इलाहाबाद: संगम नगरी इलाहाबाद का नाम बदलने का मामला एक बार फिर से जोर पकड़ने लगा है। अब यूपी की योगी सरकार में  स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सोमवार को इलाहाबाद का नाम बदलने पर विचार करने के लिए राज्‍यपाल राम नाईक को पत्र लिखा है.

उन्‍होंने इस संबंध में कहा है कि जब राम नाईक महाराष्‍ट्र के राज्‍यपाल थे तब उन्‍होंने मुंबई का नाम बांबे से बदलकर मुंबई करने में भी मदद की थी. मंत्री ने कहा कि उम्‍मीद है कि राज्‍यपाल मेरे पत्र के संबंध में भी गंभीरता दिखाएंगे.

आपको बता दें कि इससे पहले योगी सरकार भी जल्द ही इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज करने का संकेत दे चुकी है. नाम बदलने की प्रक्रिया 2019 कुंभ मेले से पहले पूरी कर ली जाएगी. सरकार की तरफ से शासनादेश जारी होने के बाद आधिकारिक तौर पर इलाहाबाद को फिर से प्रयागराज के नाम से जाना जाएगा.

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


हिंदुओं के लिए इलाहाबाद बहुत ही पावन स्थल है. तीन पवित्र नदियां गंगा, यमुना और सरस्वती का यहां मिलन होता है, जिसकी वजह से इसे त्रिवेणी के नाम से भी जाना जाता है. इलाहाबाद में हर 12 साल के अंतराल पर कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है.

प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मई में कहा था कि सदियों से इलाहाबाद की पहचान प्रयाग के नाम से है. इसलिए, सरकार ने शहर का नाम बदल कर प्रयागराज करने का फैसला किया है. ऐसी भी खबरें थीं कि कुंभ मेले 2019 के लिए जो बैनर बनाए जाने वाले हैं, उसमें इलाहाबाद की जगह प्रयागराज लिखे जाएंगे.

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Allahabad की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles