छात्रों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर चला प्रशासन का डंडा, एसएसपी ने छह को किया निलंबित

संक्षेप:

  • एनटीपीसी भर्ती परीक्षा में परिणाम में गड़बड़ी पर ट्रेन रोककर हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज।
  • पुलिस ने कई लॉज के दरवाजे तोड़ दिए तथा छात्रों की पिटाई की। 
  • एसएसपी ने छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठाई।

प्रयागराज- प्रयागराज में रेलवे की एनटीपीसी (नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी) भर्ती परीक्षा में परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए ट्रेन रोककर हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करने के मामले में एसएसपी ने छह पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। मामले को तूल पकड़ने के बाद एसएसपी ने यह कार्रवाई की है।

इन पर गिरी गाज
1. INSP राकेश भारती (प्रभारी मीडिया सेल)
2. SI शैलेन्द्र यादव (सहायक प्रभारी मीडिया सेल)
3. SI कपिल कुमार चहल (चौकी प्रभारी ऐनी बेसेंट, थाना कर्नल गंज)
4. आरक्षी मोहम्मद आरिफ़ (थाना शिव कुटी)
5. आरक्षी अच्छे लाल (थाना शिव कुटी)
6. आरक्षी दुर्वेश कुमार (थाना शिवकुटी)

एसएसपी अजय कुमार ने छात्र बहुल इलाकों का दौरा किया
एसएसपी अजय कुमार ने प्रयागराज के उन इलाकों में जहां हजारों की संख्या में छात्र रहते हैं, वहां जाकर सभी छात्रों को ब्रीफ किया गया। सभी मामलों में निष्पक्ष कार्यवाही का भरोसा दिया गया। यह भी कहा गया कि छात्र शरारती और खुराफाती तत्वों के बहकावे में कतई ना आएं। शरारती तत्वों पर पुलिस कठोर कार्यवाही कर रही है। छात्र कभी भी कानून को अपने हाथ में ना लें। पुलिस उनकी मदद और सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है। पुलिस के जिन कर्मियों ने गलती की थी, जिन्होंने अनावश्यक बल का प्रयोग किया था उन्हें निलम्बित कर उनके खिलाफ कठोरतम विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।

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बता दें कि प्रयागराज में रेलवे की एनटीपीसी (नान टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी) भर्ती परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया था। छोटा बघाड़ा में जुलूस निकालने के साथ प्रयाग स्टेशन पर ट्रेन रोक दी थी। पुलिस के लाठीचार्ज करने पर उन्होंने पथराव किया। पुलिस ने जब घेराबंदी की तो वे लॉज में घुस गए, जहां पुलिस ने दरवाजे तुड़वाकर उनकी पिटाई की। इसमें कई छात्रों को चोटें पहुंची हैं।

लंबे समय से आंदोलनरत थे छात्र
दर्जनों छात्र हिरासत में भी लिए गए हैं। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के परिणाम में अनियमितता का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थी लंबे समय से आंदोलनरत हैं। मंगलवार को दिन में करीब एक बजे अचानक सैकड़ों प्रतियोगी छात्र छोटा बघाड़ा में एकत्र हुए। फिर जुलूस बनाकर सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए वे प्रयाग स्टेशन पहुंचे। प्रतियोगियों की बड़ी संख्या को देखते हुए पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था तथा दुकानें बंद होने लगीं। स्टेशन पहुंचे प्रतियोगी छात्र कानपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस के इंजन के सामने ट्रैक पर बैठ गए थे। 

पुलिस ने कई लॉज के दरवाजे तोड़ दिए तथा छात्रों की पिटाई की। पुलिस की इस कार्रवाई से प्रतियोगी छात्रों में जबरदस्त नाराजगी है तो अलग-अलग संगठन के लोगों ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

आधे घंटे देर से रवाना हुई कानपुर इंटरसिटी
रेलवे भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों के आंदोलन की वजह से प्रयाग स्टेशन पर खड़ी कानपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस आधे घंटे देर से रवाना हो सकी। ट्रेन की रवानगी का समय हो रहा था। उसी समय सैकड़ों प्रतियोगी छात्र इंजन के सामने ट्रैक पर बैठ गए। इसकी वजह से ट्रेन समय से रवाना नहीं हो सकी।

क्रॉसिंग बंद होने से शहर में लगा जाम
प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन की वजह से छोटा बघाड़ा, बख्शी बांध तथा एलनगंज रेलवे क्रॉसिंग भी बंद करनी पड़ी। इसकी वजह से इन स्थानों पर क्रॉसिंग के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई तथा काफी देर तक जाम लगा रहा। इससे शहरियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। करीब एक घंटे बाद स्थिति सामान्य हो सकी।

ये थी मांग
प्रतियोगियों का कहना था कि आरआरबी ने ग्रुप डी के पदों के लिए एक ही भर्ती परीक्षा कराने की घोषणा की थी, लेकिन अब दो परीक्षाएं कराई जा रही हैं। प्रतियोगी छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा उनका यह भी कहना था कि स्क्रीनिंग परीक्षा में एक पद के सापेक्ष 20-20 अभ्यर्थियों को क्वालीफाई कराने की घोषणा की गई थी, लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे प्रतियोगी हैं, जिन्हें चार से पांच वर्ग में क्वालीफाई कराया गया।

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