जहां से जीतते थे नेहरू वहां कांग्रेस प्रत्याशी की हुई जमानत जब्त

संक्षेप:

  • फूलपुर लोकसभा उपचुनाव
  • सपा ने की जीत दर्ज
  • कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त

इलाहाबाद: यूपी की दो लोकसभा सीटों गोरखपुर और फूलपुर में समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज कर ली है। सीएम योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर से जहां एसपी प्रत्याशी प्रवीन निषाद ने बीजेपी के उपेन्द्र शुक्ल को 21 हजार 881 वोटों से हरा दिया। वहीं फूलपुर में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नागेंद्र पटेल ने 59 हजार से भी अधिक वोटों से जीत हासिल की।

सीएम योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे के बाद खाली हुई गोरखपुर सीट और डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की फूलपुर सीट पर शुरुआती दौर में कांटे की टक्कर देखने को मिली। लेकिन बाद में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों ने भारी उलटफेर कर दिया और बीजेपी का कमल मुरझा गया।

वहीं अगर बात करें इलाहाबाद के फूलपुर सीट की तो पंडित जवाहर लाल नेहरु के घर में कांग्रेस एक बार फिर जमानत नहीं बचा सकी।फूलपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव का जो परिणाम सामने आया है। वो कांग्रेस के आगामी आम चुनाव की तैयारी को बड़ा झटका है।2014 की तरह एक बार फिर बड़ी हार मिली और कांग्रेस प्रत्याशी उपचुनाव में भी जमानत जब्त करा गये। 

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नेहरु के घर और कांग्रेस के गढ़ रहे फूलपुर में मिली करारी हार यह दिखाती है की कांग्रेस की जड़े यूपी में कितनी कमजोर है । बीते 34 सालो में फूलपुर में घर वापसी न कर पाने वाली कांग्रेस को एक बार फिर यूपी की सियासत में पैर जमाने के लिये बड़ी मेहनत की जरूरत है। 2019 के चुनावी तैयारियों में लगी कांग्रेस को अपने ही घर और घर में बुरी तरीके से हार मिली है।

कांग्रेस की विरासत संभालने निकले राहुल गांधी के लिए के यह अच्छा संदेश नहीं है। आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस का ब्राह्मण और जनउधारी कार्ड भी फूलपुर के उपचुनाव में काम नहीं आया। पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु से लेकर विजयलक्ष्मी पंडित, कमला बहुगुणा जैसे कांग्रेसी धुरंधरों इस सीट पर कांग्रेस का जमानत भी ना बचा पाना उसकी प्रतिष्ठा के लिए बड़े सवाल खड़े करता है।

बीते 34 सालों में हर बार कांग्रेस की स्थिति पहले से खराब होती गई है।1984 में आखरी बार रामपूजन पटेल कांग्रेस के टिकट पर यहां से सांसद हुए थे । उसके बाद से आज तक कांग्रेस अपनी पहचान के लिए फूलपुर संसदीय क्षेत्र में जद्दोजहद करने में जुटी है। फूलपुर लोकसभा में 2014 के चुनाव कांग्रेस पार्टी ने पूर्व क्रिकेटर है । मोहम्मद कैफ को सियासी मैदान में उतारा तो उनकी यह चाल भी नाकामयाब साबित हुई। उस समय कैफ को 58172 वोट हासिल हो सके । जबकि उपचुनाव में उतारे के प्रत्याशी मनीष मिश्रा को 19334 वोट मिले।

आंकड़ों के अनुसार देखे तो 1951 से लेकर अब तक कुल 18 चुनाव में 7 बार कांग्रेस और 5 बार समाजवादी पार्टी जीती है । वीपी सिंह यहां से जीतकर प्रधानमंत्री बने हैं । पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने यहाँ इफ्को की स्थापना की थी । जो आज भी इलाके का सबसे बड़ा रोजगार का साधन बना है । इंदिरा गांधी के निजी सचिव जे एन मिश्रा के नाम के कारण कांग्रेस के उनके बेटे मनीष मिश्रा का प्रत्याशी बनाया लेकिन इस साल भी कामयाब नहीं हो सके ।कांग्रेस की हार का बड़ा कारण यह भी रहा की कांग्रेस का वेस वोट यहाँ पूरी तरह से खत्म हो चुका है ।कांग्रेस का संगठन भयंकर गुटबाजी का शिकार है ।

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