पीएम मोदी बढ़ा लें थोड़ी और दाढ़ी तो हो जाएंगे इमामत के काबिल: आजम खान

संक्षेप:

  • आजम खान ने पीएम मोदी पर कसा तंज
  • बोले- पीएम थोड़ी और दाढ़ी बढ़ा लें तो इमामत के काबिल हो जाएंगे
  • कई मुद्दों पर सरकार को घेरा

बरेली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशाल प्रतिमा का अनावरण किया. इसपर सपा के कद्दावर  नेता आजम खान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मस्जिद जाने, टोपी पहनने और साफा ओढ़ने को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. मीडिया से बातचीत में आजम खान ने कहा,` अब मोदी जी मस्जिदों में भी जाने लगे हैं, टोपी तो ओढ़ने ही लगे हैं साफा भी बांधने लगे हैं, जो इमाम बांधते हैं. पीएम मोदी कुरान शरीफ की आयतें भी पढ़ने लगे हैं तो अब दाढ़ी का साइज ही रह गया है थोड़ा सा दाढ़ी का साइज बढ़ जाये तो इमामत के काबिल हो जायेंगे पीएम मोदी.

आजम खान ने कहा कि हमारे ख्याल से इन पैसों की कोशिश इस बात की होनी चाहिए थी कि हम इस पैसे को गोरखपुर के उन मासूम बच्चों पर लगाते जो मारे गए, हम उन बच्चियों पर खर्च करते जिनका चार साल की उम्र में दुष्कर्म हुआ.

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आजम खान ने कहा, `सरदार वल्लभ भाई पटेल फ्रीडम फाइटर थे और आरएसएस आजादी के पक्ष में नहीं है. ये दो किनारे थे लिहाजा न तो आरएसएस सरदार वल्लभ भाई पटेल को मिलाया जा सकता है और न सरदार वल्लभ भाई पटेल के चरित्र को उनकी कुर्बानियों को आरएसएस से मिलाया जा सकता है. दोनों अलग-अलग हैं. जहां तक छलने और ठगने की बात है तो अब तो अम्बेडकर जी भी कमल में से निकलते हुए बताए जाने लगे हैं.

आजम खान ने कहा , जब सुप्रीम कोर्ट जैसी अदालत किसी केस में एंटरटेन करती है और उनमें सरकार को नोटिस कंडीशनल देती है और जवाब तलब करती है. मिसाल के तौर पर उन्हें बहुत शॉर्ट नोटिस पर लिफाफा बंद रिपोर्ट मांगी और यहां तक कहा कि जो चीजें आप नहीं बताना चाहते उसके नहीं बताने की वजह भी लिखकर दीजिए.

आजम खान ने कहा, `कई दिन पहले डिप्टी डायरेक्टर ने कहा था सेंट्रल गवर्नमेंट 20-20 मैच खेलना छोड़े. इस बात से उनका मतलब हिंदुस्तान की इकॉनमी के बारे में था. GST है नोटबंदी है. उस से ज्यादा उनका कहना यह था कि इकॉनमी इतनी डिसबैलेंस हो गई है. भारत सरकार अपनी पोलीसीस थोपना ख़त्म करे. रिजर्व बैंक के अपने नियम हैं. उन्हें अपने नियम पर चलने दें.

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