NYOOOZ Special: धोपेश्वर नाथ मंदिर, यहां भोले बाबा करते हैं भक्त की सभी मनोकामना पूर्ण

संक्षेप:

  • धूम्र ऋषि ने बनवाया धोपेश्वर नाथ मंदिर
  • पूर्व दक्षिण मध्य में अग्निकोण है जान
  • धोपेश्वर का निवास है गरुड़ध्वज रक्षक मान

बरेलीः आध्यात्मिक और पौराणिक धरोहरों से समृद्ध बरेली को नाथ नगरी भी कहा जाता है। क्योंकि इस नगर की चारों दिशाएं भगवान शिव के विभिन्न रूपों से आच्छादित है। नगर की हर दिशा में स्थित ये शिवालय वास्तव में नाथ नगरी की सुरक्षा चौकियां मानी जाती है। जिनमें विराज कर भोले बाबा अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूरा करते है। बरेली में पूर्व दिशा में बनखण्डी नाथ, दक्षिण में तपेश्वर नाथ, पूर्व दक्षिण अग्निकोण में धोपेश्वर नाथ मंदिर उत्तर पश्चिम में अलखनाथ, पश्चिम में मढ़ीनाथ, उत्तर में त्रिवटी नाथ मन्दिर स्थित है।

धूम्र ऋषि ने बनवाया धोपेश्वर नाथ मंदिर

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नगर के पूर्व दक्षिण अग्निकोण सदर कैंट में धोपेश्वर नाथ मन्दिर स्थित है। यह मन्दिर नाथ नगरी के प्राचीन मन्दिरों में स्थान रखता है। प्रचलित कथा के अनुसार अत्रि ऋषि के शिष्य धूम्र ऋषि अपने शिष्यों के साथ तीर्थ यात्रा पर जा रहे थे। यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्यता को देख कर वो यही रुक गए और यही आश्रम बना कर तपस्या करने का निर्णय लिया। धूम्र ऋषि ने यहाँ रहकर भगवान शिव की कठोर तपस्या की उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और वर मांगने को कहा तो धूम्र ऋषि ने जनकल्याण हेतु उन्हें सदा के लिए यही विराजमान होने की प्रार्थना की। धूम्र ऋषि की जनकल्याण की भावना को देख कर शंकर जी प्रसन्न हुए उन्होंने ऋषि को आशीर्वाद दिया कि इस लिंग का पूजन तुम्हारे नाम से ही होगा। जिसके बाद से यह जगह धूम्रेश्वर नाथ के नाम से पूजी जाने लगी धूम्र ऋषि का नाम महाभारत में भी वर्णित किन्तु वर्तमान समय में अपभ्रंश होकर यह मन्दिर धोपेश्वर नाथ मन्दिर के नाम से जाना जाता है।

-पूर्व दक्षिण मध्य में अग्निकोण है जान

-धोपेश्वर का निवास है गरुड़ध्वज रक्षक मान

-अत्रि ऋषि के शिष्य थे, धूम्र ऋषि था नाम

-धूम्रेश्वर के नाम से शिव मन्दिर अभिराम

-स्थापना द्वापर में भई सघन बन के दरम्यान

-धोपा मन्दिर पड़ गया सब करते गुणगान

-आसिफउद्दौला ने बनवाई पक्की सीढ़ियां

धोपा मन्दिर हिन्दू मुस्लिम एकता का भी प्रतीक है। अवध के नवाब आसिफउद्दौला ने मन्नत पूरी होने पर मन्दिर के सरोवर की सीढ़ियों को पक्का कराया सरोवर के पास ही फजल उर रहमान उर्फ़ चुन्ना मियां ने ट्यूबवेल लगवाया था।

सावन में होती है भारी भीड़

धोपा मन्दिर में सावन के महीने में शिव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मन्दिर में बड़ी तादात में कांवड़िए भी जलाभिषेक करने को पहुँचते है। साथ ही यहाँ के सरोवर में शिव रात्रि को दीप दान भी किया जाता हैं।

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