बरेली में उपवास पर बैठे कांग्रेसी

संक्षेप:

  • दलितों के मुद्दे पर जारी सियासी संग्राम जारी
  • कांग्रेसी ने दलितों के खिलाफ हिंसा पर विरोध जताया
  • रखा एक दिन का उपवास

बरेलीः दलितों के मुद्दे पर जारी सियासी संग्राम के बीच प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर बरेली मंडल में भी कांग्रेसियों ने धरना व उपवास शुरू कर दिया है। शाहजहांपुर व पीलीभीत में कांग्रेसी एक दिवसीय उपवास पर बैठे। इस दौरान भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही दलितों का समर्थन किया।

दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुई हिंसा के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को देशभर में धरना व एक दिवसीय उपवास रखा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में उपवास किया गया तो प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर मंडल के विभिन्न जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता भी उपवास के लिए मैदान में उतर आए।

शाहजहांपुर जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी भवन में महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के सामने उपवास रखा। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हिंसा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उपवास में जिलाध्यक्ष कौशल मिश्रा जिलाध्यक्ष, शाहिद अनवर कुरैशी, तस्लीम खां, मुजीम रहमान समेत दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल रहे।

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


कार्यकर्ताओं का कहना था कि कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी के बताए अहिंसा के मार्ग पर चलने में विश्वास करती है। देश में किसी भी तरह की हिंसा चाहे वह जातीय हो या सांप्रदायिक, हमलोग उसका विरोध करते हैं। अहिंसावादी देश में हिंसा की कोई जगह नहीं है। उन्होंने दो अप्रैल को हुई हिंसा के लिए मौजूदा केंद्र और राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया।

उधर, पीलीभीत में भी दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता नेहरू जी की प्रतिमा के सामने उपवास पर बैठे। कार्यकर्ताओं ने बताया कि प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर भारत बंद के दौरान हुई हिंसा के विरोध में धरना व उपवास दिया जाएगा।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य बरेली की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles