रस्सी से गला घोंटकर किशोरी की हत्या की, गांव के बाहर फेंका शव

संक्षेप:

  • रस्सी से गला घोंटकर हुई हत्या
  • हत्या कर किशोरी के शव को गांव से बाहर फेंका
  • पुलिस पूरी घटना के जांच में जुटी

बरेली- गांव गुलड़िया मोहम्मद हुसैन में रहने वाली 16 वर्षीय देवलता की रविवार रात गला घोटकर हत्या करके शव गांव के बाहर फेंक दिया गया। सोमवार सुबह उसका शव जंगल जाने वाले रास्ते पर मिला तो पूरा गांव घटनास्थल पर इकट्ठा हो गया। पोस्टमार्टम में गला घोटकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। दुष्कर्म की जांच के लिए स्लाइड भी बनाई गई है। परिवार के लोगों ने हत्या के कारण से अनभिज्ञता जताई है।
देवरनिया के गांव गुलड़िया मोहम्मद हुसैन में रहने वाले वाहन चालक पप्पू सिंह के मुताबिक 16 वर्षीय बेटी देवलता के अलावा उनके दो बेटे ओमवीर और अनिल हैं। दोनों बेटे ड्राइवर हैं और गाड़ी लेकर बाहर गए हुए हैं। रविवार को घर में वह और देवलता ही थे। रात में वह अच्छी-खासी सोई थी। सोमवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे कूड़ा डालने जा रही महिलाओं ने उसका शव उनके घर से करीब सौ मीटर की दूरी पर जंगल जाने वाले रास्ते पर गंगा सिंह की गोशाला के पास पड़ा देखा। उसका दुपट्टा और चप्पलें शव के पास ही पड़ी थीं। वह गांव वालों के साथ देवलता का शव उठाकर घर ले गए। पप्पू सिंह ने बताया कि देवलता ने आठवीं तक पढ़ने के बाद पढ़ाई बंद कर दी थी।

सीओ बहेड़ी अजय कुमार गौतम और इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचने के बाद जांच की तो देवलता के गले पर फंदा कसने का निशान और ठोड़ी के पास चोट का निशान मिला। सीओ ने फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड को बुला लिया। फोरेंसिक टीम ने देवलता के शव पर भूसे के तिनके देखकर गंगा सिंह की गोशाला के पास भूसे के कमरे में जांच की तो देवलता के दुपट्टे का एक छोटा टुकड़ा वहां पड़ा मिला।

इससे यह आशंका महसूस की गई कि दुष्कर्म के विरोध पर तो देवलता की हत्या नहीं की गई। हालांकि डॉग स्क्वाड की जांच में कोई नतीजा नहीं निकला। पप्पू सिंह ने हत्या का आरोप तो लगाया लेकिन किसी पर शक नहीं जताया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य बरेली की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles