बस्ती जिले के प्राइमरी स्कूलों में कक्षा एक और दो के बच्चे भी पढ़ेंगे संस्कृत

संक्षेप:

  • कक्षा एक और दो के बच्चे भी संस्कृत से रूबरू होंगे
  • कक्षा एक व दो में करीब 40 हजार छात्र अध्ययनरत हैं
  • शुरू से संस्कृत के बारे में जानकारी होने से इसका लाभ आगे की पढ़ाई में मिलेगा

बस्ती। 21वी सदी में भारत की सबसे पुरानी भाषा संस्कृत, जिसका लोप होता दिख रहा है। आजकल के सभी विद्यार्थी गणित और विज्ञान में अपनी दिलचस्पी लेने लगे। बचपन से ही इन विषयों के संबंध में उनके मन में रुचि पैदा कर दी जाती है। जिस वजह आगे चल कर संस्कृत विषय को बहुत कम ही बच्चे अपने करियर के रूप में चुनते हैं।  

बच्चों में इन विषयों के प्रति गड़ी विषमताओं को दूर करने के लिए और शुरू से बच्चों में संस्कृत भाषा का ज्ञान प्राप्त करने के उद्देश से प्राइमरी स्कूलों में एक बड़ा बदलाव किया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय प्राइमरी स्कूलों में कक्षा एक और दो के बच्चे भी संस्कृत से रूबरू होंगे। बच्चों को संस्कृत में फल, सब्जी व अन्य प्रमुख चीजों के नाम की जानकारी मिल सकेगी। इसके लिए विभागीय स्तर से प्रयास शुरू कर दिया गया है। प्राइमरी में कक्षा तीन से वर्तिका पुस्तिका के रूप में संस्कृत का पाठ्यक्रम शामिल किया जाता है।

कक्षा एक व दो करीब 40 हजार छात्र अध्ययनरत हैं

ये भी पढ़े : माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने दो परीक्षा केन्द्रों का किया आकस्मिक निरीक्षण


बच्चों को संस्कृत के कुछ शब्दों व वाक्यों की जानकारी देने के लिए हिन्दी की पाठ्य-पुस्तिका में इसे शामिल करने की तैयारी है। जिले के परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक व दो करीब 40 हजार छात्र अध्ययनरत हैं। कोरोना के चलते लंबे समय से स्कूल बंद ही चल रहे हैं। प्राइमरी स्कूलों में कक्षा तीन से बच्चों को संस्कृत पढ़ाई जाती है। विभाग की तैयारी है कि कक्षा एक में संस्कृत के बारे में बच्चों को चित्र के माध्यम से शुरूआती जानकारी दी जाए। इसके उद्देश्य से पाठ्य-पुस्तिका में इसे स्थान दिया जाएगा।

शुरू से संस्कृत के बारे में जानकारी होने से इसका लाभ आगे की पढ़ाई में मिलेगा

इसमें फलों व सब्जी के नाम, कृषक, कामगार, परिवार के सदस्यों आदि के नाम के बारे में भी यह बताया जाएगा कि इन्हें संस्कृत में क्या कहते हैं। कक्षा एक में बच्चों को पांच तक की गिनती संस्कृत में बताने के साथ ही एक बाल गीत संस्कृत में पढ़ाया जाएगा। बच्चों को शुरू से संस्कृत के बारे में जानकारी होने से इसका लाभ आगे की पढ़ाई में मिलेगा।

 

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Related Articles