महिलाओं ने मनवाया अपना लोहा, जो पुरुष नहीं कर पाए वो कर दिखाया

संक्षेप:

मध्यप्रदेश में दिखी महिला सशक्तिकरण की झलक

तमाम खामियों के बाद भी दोगुना किया टैक्स कलेक्शन

सर्किल के रेवेन्यू कलेक्शन की ग्रोथ रेट की दोगुनी

आज के दौर में महिलाओं को कम आंकना गलत होगा क्योंकि कई क्षेत्र और विभाग ऐसे हैं जहां पुरुषों के अपेक्षा में महिलाओँ ने अपने आप को बेहतर साबित कर दिखाया है और पूरी दुनिया में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो जहां महिलाओं पुरुषों को टक्कर नहीं दे रही हों... इसका जीता जागता उदाहरण है मध्यप्रदेश... भोपाल वाणिज्यिक कर संभाग के सर्किल-4 में 90 फीसद अधिकारी-कर्मचारी महिलाएं हैं और वो एहसास करा रही है कि महिलाएं आज कैसे हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं... मध्य प्रदेश वाणिज्यिक कर विभाग में कभी खामियां की लाइन माने जाने वाले सर्किल में महिला अधिकारी और कर्मचारियों ने पांच साल में अपने सर्किल से मिलने वाले राजस्व को दोगुना कर दिया है। इस सर्किल के रेवेन्यू कलेक्शन की ग्रोथ रेट प्रदेश के औसत से भी ज्यादा है। मध्य प्रदेश के वाणिज्यिक कर विभाग के भोपाल संभाग में छह सर्किल हैं। इसी में सर्किल-4 आता है…. इस सर्किल के तहत टैक्स वसूली का पूरा काम लगभग महिलाओं के हाथ में ही है…

जिसे खामियों का पुलिंदा माना था, उसे महिलाओं ने सबसे ज्यादा राजस्व देने वाली जगह बना दिया... भोपाल वाणिज्यिक कर संभाग के सर्किल-4 में 90 फीसद अधिकारी-कर्मचारी महिलाएं हैं, एहसास करा रही है कि महिलाएं आज कैसे हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं... मध्य प्रदेश वाणिज्यिक कर विभाग में कभी लूप लाइन माने जाने वाले सर्किल में महिला अधिकारी और कर्मचारियों ने पांच साल में अपने सर्किल से मिलने वाले राजस्व को दोगुना कर दिया है... इस सर्किल के रेवेन्यू कलेक्शन की ग्रोथ रेट प्रदेश के औसत से भी ज्यादा है... मध्य प्रदेश के वाणिज्यिक कर विभाग के भोपाल संभाग में 6 सर्किल हैं... इसी में सर्किल-4 आता है... इस सर्किल के तहत टैक्स वसूली का पूरा काम लगभग महिलाओं के हाथ में ही है....

बता दें कि, सर्किल की कमान सर्किल हेड रक्षा दुबे चौबे संभालती हैं... उनके साथ 12 महिलाएं हैं... रक्षा ने बताया इस सर्किल में 50 तरह के कमोडिटी में करीब 4093 डीलर्स हैं... कई व्यापारियों ने टैक्स नहीं भरा था... हमने टारगेट बनाया कि हर व्यापारी से संपर्क कर उन्हें टैक्स जमा करने के लिए प्रोत्साहित करना है... सर्किल में 95 फीसद व्यापारी रिटर्न भर चुके हैं... ऐसे में सरकारी आंकड़ों पर ध्यान दें तो 2014 में इस सर्किल से सालाना सिर्फ 610 करोड़ रुपए मिलते थे... चार साल में ये दोगुना हो गया... 2018-19 में राज्य सरकार को 1198 करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व इकट्ठा करके दिया... वित्तीय वर्ष 2019-20 के नवंबर तक इस सर्किल ने 1021 करोड़ रुपए कमा लिए... नवंबर तक प्रदेश के रेवेन्यू कलेक्शन की ग्रोथ रेट 20 प्रतिशत है, जबकि सर्किल की ग्रोथ रेट 35 प्रतिशत है... जो कि मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा है... इसके पीछे हाथ है सर्किल-4 की हेड रक्षा दुबे चौबे, असिस्टेंट कमिश्नर सपना पगारे, स्टेट टैक्स ऑफिसर स्वर्णलता राजपूत, इंस्पेक्टर साइमा फातिमा, रीना दुबे, तरंग श्रीवास्तव, माया वानखेड़े, सोनाली वशिष्ठ, कराधान सहायक दीपा जगवानी, सहायक ग्रेड तीन प्रेमलता श्रीवास्तव, सुनीता पंथी का...

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