देश में राज किसी पार्टी का नहीं, संविधान का चल रहा है: जस्टिस सामंत

संक्षेप:

  • जस्टिस आरसीएस सामंत ने कहा कि आम आदमी सोचता है कि पार्टी का राज देश में चल रहा है, जबकि राज संविधान का चल रहा है
  • संविधान राष्ट्रपति से भी ऊपर है। कानून सब के ऊपर है और सभी के लिए संविधान में व्यवस्था है।
  • भारत में बिना किसी क्रांति के हमें अधिकार मिले हैं, इसलिए हमें संविधान का सम्मान करना चाहिए

कोरिया: जस्टिस आरसीएस सामंत ने कहा कि आम आदमी सोचता है कि पार्टी का राज देश में चल रहा है, जबकि राज संविधान का चल रहा है। संविधान राष्ट्रपति से भी ऊपर है। कानून सब के ऊपर है और सभी के लिए संविधान में व्यवस्था है। जस्टिस सामंत यहां संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि संविधान राष्ट्रपति से भी ऊपर है। कानून सब के ऊपर है और सभी के लिए संविधान में व्यवस्था है। भारत में बिना किसी क्रांति के हमें अधिकार मिले हैं, इसलिए हमें संविधान का सम्मान करना चाहिए।

इस मौके पर जस्टिस प्रशांत मिश्रा ने पैरालीगल वॉलंटियर को मोटिवेट करते हुए कहा कि प्रशिक्षण लेकर घर जाकर बैठना नहीं है, हमारा सिस्टम है हमें जब तक झकझोरा नहीं जाता तब तब तक हम काम नहीं करते।

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जस्टिस प्रशांत मिश्रा उन्होंने कहा कि जहां शासन की योजनाओं और संविधान में दिए अधिकार का पालन नहीं हो रहा है वहां की जानकारी पैरालीगल वॉलंटियर डालसा के सचिव को चिट्‌ठी लिखकर दें। साथ ही खुद से आगे आकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करें।

उन्होंने कहा कि समाज से बिछड़े बच्चों को समाज में लाने के लिए सेवाएं देने, उन्हें मोटिवेट करने के लिए प्रशिक्षण देने का महत्व बताया। महिला बाल विकास विभाग के वर्कर भी इसमें शामिल हुए उन्हें भी प्रशिक्षण दिया गया है, इससे बच्चों को अधिकार दिलाने में और काम होगा। जो बच्चे पढ़ाई नहीं कर रहे उनके परिजनों को समझा कर उनको शासन की योजनाओं की जानकारी देनी है।

कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश एनडी तिगाला, स्नेहित राठौर, जनार्दन खरे, अमित जिंदल, सीमा जगदल्ला सहित अन्य उपस्थित थे।

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