रैली में राजनाथ ने कई बार किसानों से हां कहने को कहा, लेकिन किसानों ने कहा- नहीं मिले 2000 रुपये
- रैली में राजनाथ ने पूछा- 2000 की किस्त मिली? किसान बोले- नहीं
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना लॉन्च की पहली किस्त चुनाव से पहले भेजी जा चुकी है
- राजनाथ सिंह बिहार के पूर्णिया सीट पर एनडीए के लिए साझा रैली को संबोधित कर रहे थे
पूर्णिया: राजनाथ सिंह बिहार की पूर्णिया में चुनावी भाषण के दौरान बुरी तरह फंस गए. भाषण के दौरान उन्हें काफी शर्मींदगी उठानी पड़ी जब किसानों ने उनके सवाल का जवाब नहीं दिया और उनके हां में हां नहीं मिलाई. दरअसल राजनाथ सिंह बिहार के पूर्णिया सीट पर एनडीए के लिए साझा रैली को संबोधित कर रहे थे. भाषण के दौरान राजनाथ ने लोगों से पूछा कि क्या आपको प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत 2000 रुपये की किस्त मिली, तो किसानों ने ना का जवाब दिया. किसानों की तरफ से जवाब आया ‘नहीं मिली है’.
Listen carefully to the reaction of the farmers who came to the rally on Rajnath Singh`s request to get the first installment and see.#LokSabhaElection2019 #2019Elections pic.twitter.com/oc7AUWIFJU
— Deepak K (@Deepak_k_selvam) April 11, 2019
इसके बाद ‘नहीं’ चिल्लाने वाले लोगों को राजनाथ सिंह ने हाथ नीचे करने को कहा. उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसी 2-4 को पैसे मिले हैं तो वह हाथ खड़ा करें. लेकिन किसी ने भी हाथ नहीं खड़ा किया. हैरान राजनाथ सिंह ने मंच बैठे लोगों से ही पूछा कि क्या सच में नहीं मिला है.
ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम
मंच पर कुछ देर बात करने के बाद राजनाथ ने यहां मौजूद लोगों को आश्वासन दिया कि हम लोग देश के किसानों को 6000 रुपये सालाना की मदद कर रहे हैं, जिसके तहत 2000 रुपये की पहली किस्त दी जा रही है. जिन किसानों को नहीं मिली है, उनको जल्द ही पहली किस्त भी मिल जाएगी.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना लॉन्च की पहली किस्त चुनाव से पहले भेजी जा चुकी है
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना लॉन्च की थी, इसके तहत 2 हेक्टेयर से कम भूमि वाले किसानों को 6000 रुपये सालाना की मदद दी जा रही है. भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के अपने संकल्प पत्र में वादा किया है कि अगर वह दोबारा सरकार बनाते हैं तो देश के सभी किसानों को ये राशि दी जाएगी.
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.