इन 5 बिंदुओं पर बनी उत्तराखंड-बाली के बीच सहमति

संक्षेप:

  • उत्तराखंड-बाली के बीच ट्विन सिटी करार
  • 5 अहम बिंदुओं पर MOU साइन
  • हिंदू बाहुल्य है बाली द्वीप

देहरादून: इंडोनेशिया और हिमालयी राज्यों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से इंडोनेशिया में बाली प्रांत के गवर्नर मेड मांग्कू एस्टिका आज राजधानी देहरादून पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ उनकी अहम बैठक हुई। इस दौरान पांच MOU पर साइन हुये हैं।

पूर्व निर्धारित बाली और उत्तराखंड को सिस्टर सिटी के रूप में विकसित करने को लेकर उत्तराखंड सरकार और बाली के बीच लेटर ऑफ इंटेंशन पर हस्ताक्षर हुआ। कुल पांच बिंदुओं पर सहमति बनी है। इस संधि का मुख्य उद्देश्य बाली और उत्तराखंड राज्य के बीच पर्यटन को बढ़ावा देना है। संधि की पहल करीब 5-6 महीने पहले हुई थी लेकिन इसकी कार्ययोजना अब परवान चढ़ रही है।

इन पांच बिंदुओं पर बनी सहमति

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पर्यटन 

संस्कृति 

इ-गवर्नेंस 

महिला सशक्तिकरण 

पर्यावरण

MOU साइन के बाद अब उत्तराखंड और बाली के बीच पर्यटन को बढ़ाने के लिये काम किया जाएगा। इसी मकसद से जल्दी ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत बाली का दौरा भी करेंगे। इस दौरान बाली के गवर्नर मेड मांग्कू एस्टिका ने कहा कि बाली की हिंदू जनसंख्या हरिद्वार, ऋषिकेश जैसे धार्मिक स्थलों  पर आना चाहती है। बाली का हिंदू असली हिंदू सभ्यता देखना चाहता है।

गौर हो कि प्रदेश सरकार इंडोनेशिया के बाली प्रांत से ट्विन सिटी करार कर रही है। इसके तहत पर्यटन के लिए बाली से उत्तराखंड आने वाले और उत्तराखंड से बाली जाने वालों को विशेष छूट दिया जाना प्रस्तावित है। सरकार ऐसा ही एक करार इंग्लैंड के लीवरपूल शहर व तीर्थनगरी ऋषिकेश के बीच भी करना चाहती है। इससे पहले सरकार मॉरिशस के लोगों को चारधाम व अन्य यात्राओं पर पर्यटन विभाग के पर्यटक आवास गृह व वाहनों के उपयोग के लिए विशेष छूट देने का प्रावधान कर चुकी है।

आपको बता दें कि विश्व के मुस्लिम बहुल देशों में इंडोनेशिया धर्मनिरपेक्षता का अद्भुत उदाहरण पेश करता है। यहां इस्लाम को बड़े उत्सवों संग हिंदू अपने उत्सव धूमधाम से मनाते हैं। इंडोनेशिया में इस्लाम के अनुयायी 88 प्रतिशत हैं जबकि हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों की जनसंख्या 4 से 5 प्रतिशत है।

इंडोनेशिया के लोग रामायण, महाभारत के प्रति श्रद्धाभाव रखते हैं और श्री कृष्ण, धनुर्धर अर्जुन तथा वैदिक साहित्य में शामिल विभूतियों के प्रति श्रद्धा रखते हैं। इंडोनेशिया का द्वीप बाली हिंदू बाहुल्य होने के कारण हिंदू बाली के नाम से भी जाना जाता है। ये भारत से वहां बसे लोग नहीं बल्कि वहीं के मूल निवासी हैं जिन्होंने सैकड़ों वर्ष पहले बौद्ध या हिंदू धर्म अपनाया था। बाली निवासियों के पारिवारिक और सामुदायिक जीवन में अनेक परम्परागत रीति रिवाजों की प्रेरणा का स्रोत हिंदू धर्म ही है।

बाली में हिन्दू मंदिरों की संख्या लगभग 5-6 हजार बताई जाती है। महिलाओं में धर्म के प्रति आस्था का भाव वहां भी भारत के समान ही है। हर सुबह और शाम मंदिरों में आरतियां की जाती हैं। हिन्दू लोग मंदिरों में सत्संग भी करते दिखाई देते हैं।

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