देहरादून में थाने में भिड़े कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता, जानिए पूरा मामला

संक्षेप:

  • थाने कांग्रेस-बीजेपी की हिंसक झड़प
  • एक का फटा सिर
  • जानिए क्या है पूरा मामला

देहरादून: उत्तराखंड निकाय चुनाव परिणाम के बाद निकाले गए विजय जुलुस के दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं बीच हुआ तनावपूर्ण घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है.

आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रायपुर थाना घेराव करने जा पहुंचे. उनके पीछे रायपुर विधासभा से बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ भी कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंच गए. देखते ही देखते दोनों पार्टी के लोगों में इस कदर भिड़ंत हुई कि थाना परिसर में ही उत्पात मच गया.

दरअसल, पांच दिन बाद भी पुलिस द्वारा मामले को दर्ज नहीं करने के विरोध में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह कार्यकर्ताओं समेत आज रायपुर थाने पहुंचे और मामला दर्ज करने की बात कही. इसी दौरान बीजेपी के कार्यकर्ता भी रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ थाने पहुंच गए. दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच प्रदेश अध्यक्ष के सामने ही हाथापाई भी शुरू हो गई.

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धक्का-मुक्की से शुरू हुआ मामला हाथापाई तक जा पहुंचा. ये पूरा घटनाक्रम भारी पुलिस बल की मौजूदगी में होता रहा. इस बीच भीड़ में से चले एक पत्थर से बीजेपी कार्यकर्ता का सिर फट गया. इस घटना के बाद दोनों पार्टी पक्षों के बीच जमकर नारेबाजी और हिंसक झड़प होने लगी. थाने के बाहर हो रहे इस हंगामे को रोकने के लिये पुलिस को आखिरकार लाठीचार्ज करना पड़ा.

लाठीचार्ज से गुस्साए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर ही आरोप लगाया कि उनको जबरन निशाना बनाकर लाठियां भांजी गईं. हालांकि, विजय जुलुस के बाद हुई मारपीट विवाद में दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज है.

उधर, इस बढ़ते तनाव के बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार के दबाव में पुलिस को कार्य करने व कांग्रेसियों के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए थाने पर धरना दिया. कांग्रेस का आरोप है कि पुलिस मुकदमे को लेकर बीजेपी के दबाव में काम कर कांग्रेस का उत्पीड़न कर रही है. प्रीतम सिंह ने कहा कि शुरुआती दिन से ही इस विवाद को लेकर उत्तराखंड पुलिस डीजीपी सहित देहरादून एसएसपी को निष्पक्ष कार्रवाई के लिए आग्रह किया गया था लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, इसी के चलते मजबूर होकर थाने का घेराव कारण पड़ा.

थाना घेराव में अपना पक्ष रखने पहुंचे रायपुर बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ का आरोप है कि `उल्टा चोर कोतवाल को डांटे` वाली चाल में कांग्रेस के लोग थाने में मारपीट कर कानून व्यवस्था को चौपट करने में लगे हैं. काऊ ने कहा कि थाने में मारपीट और पत्थरबाजी कर बीजेपी कार्यकर्ताओं का सिर फोड़ा जा रहा है लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. काऊ ने मुताबिक बीजेपी पुलिस पर कोई दबाव नहीं बना रही है, निष्पक्ष जांच पड़ताल की जाए जो कोई भी दोषी हो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाए.

रायपुर थाने में पांच घंटे तक चले घेराव, बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी, धरना प्रदर्शन, मारपीट और लाठीचार्ज के बाद सीओ डालनवाला जया बलूनी, एसपी सिटी प्रदीप राय व सदर SDM प्रत्यूष सिंह ने कांग्रेसियों को बमुश्किल समझाया. पुलिस ने आज हुए पूरे घटनाक्रम पर जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने का आश्वाशन दिया, जिसके बाद कांग्रेसी वहां से गये.

इस पूरे मामले पर एसपी सिटी प्रदीप राय ने कहा कि पुलिस दबाव में नहीं है. दोनों पक्षों के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होगी. वहीं थाने के अंदर कानून व्यवस्था भंग करने व मारपीट-पत्थराव को लेकर CCTV फुटेज जांच की जाएगी. कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा.

आपको बता दें कि बीते 23 नवंबर को कांग्रेस के विजय जुलूस के दौरान दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी. इसके बाद दोनों दल रायपुर थाने पहुंचे. थाने में विरोध के दौरान एक बीजेपी कार्यकर्ता ने कांग्रेसी युवक को पुलिस के सामने थप्पड़ जड़ दिया, जिससे विवाद और बढ़ गया.

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