बॉक्सिंग चैंपियन पायल शर्मा ने फेडरेशन पर लगाया मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप

संक्षेप:

  • 7 बार की गोल्ड मेडलिस्ट को बॉक्सिंग फेडरेशन ने दिखाया बाहर का रास्ता
  • बोली- फेडरेशन के सचिव  सहित कई लोग कर रहे परेशान
  • उत्तराखंड खेल मंत्रालय में भी मचा हड़कंप 

देहरादून: उत्तराखंड में एक बॉक्सिंग चैंपियन पिछले कई दिनों से सरकार से गुहार लगा रही है। पायल शर्मा नाम की यह बॉक्सिंग चैंपियन 7 बार की गोल्ड मेडलिस्ट है। इसके साथ ही सब जूनियर बॉक्सिंग चैंपियन में पायल ने कई खिताब अपने नाम किए हैं।

इस बार पायल का दर्द हर जगह इसलिए छलक रहा है क्योंकि उसको बॉक्सिंग फेडरेशन ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जिसके बाद वो कानूनी रूप से अपनी लड़ाई लड़ रही है। पायल का आरोप है कि उसे उत्तराखंड बॉक्सिंग फेडरेशन के सचिव धर्मेंद्र भट्ट सहित दूसरे लोग बहुत परेशान कर रहे हैं। वो बार-बार उसके ऊपर किसी बात को लेकर दवाब बना रहे थे लेकिन उसने उनकी बात को नहीं माना।

पायल का कहना है कि वो उसे पिथौरागढ़ भेजना चाहते है जबकि वो यहां अपने पिता और दूसरे टीचर्स से अच्छी कोचिंग कर रही है। धर्मेंद्र और दूसरे लोगों पर आरोप लगाते हुए पायल कहती हैं कि उसको एक साल से मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है जबकि वो राज्य को कई पदक दिला चुकी हैं।

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पायल आगे कहती हैं कि वो इस बार माफी नहीं मांगेंगी। हर बार एक खिलाड़ी ही माफी मांगें ऐसा बार-बार नहीं होगा। वो कानूनी रूप से अपनी लड़ाई लड़ेंगी। पायल कहती हैं कि उन्होंने इस संबंध में राज्य के खेल मंत्री को भी एक पत्र लिखा है और दो मैचों की वीडियो रिकॉडिंग मांगी है जिसकी वो जांच करवाएंगी।

दरअसल, पायल दो बार अलग-अलग राज्य में पिछली बार हार गई थीं जिसके बाद फेडरेशन से उनकी तनातनी हो गयी थी। पायल के आरोप गंभीर हैं, लिहाजा उत्तराखंड खेल मंत्रालय में भी हड़कंप मचा हुआ है।

पायल के आरोप के बाद बॉक्सिंग लीग के सचिव धर्मेंद्र प्रधान सहित कई लोगों ने अपना इस्तीफा दे दिया है। वो बात अलग है कि अभी तक फेडरेशन ने उनका ये इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।

धर्मेंद्र कहते हैं कि पायल के साथ हर दम उसके पिता चलते हैं और उसके हारने के बाद वो दूसरे राज्यों के जज के साथ-साथ अपनी ही फेडरेशन से ना केवल लड़ते हैं बल्कि गाली गलौच भी करते हैं। पायल जो आरोप लगा रही हैं वो बेहद गंभीर हैं और इसलिए वो नहीं चाहते कि जांच में कोई भी फर्क पड़े। धर्मेंद्र मामले की निष्पक्ष जांच के लिए तैयार हैं।

नेशनल कोच रह चुके धर्मेंद्र कहते हैं कि पायल और उसके पिता हरियाणा से आये हैं और वो बाद में उत्तराखंड आकर रहने लगे। वो झगड़ा करके ही यहां आये थे। वो कहते हैं कि पूरे उत्तराखंड में जहां-जहां भी बॉक्सिंग हुई है वहां उनके पिता ने झगड़ा किया और बाद में माफीनामा भी दे दिया।

उनका कहना है कि पायल लगातार ये आरोप किसी के कहने पर लगा रही है। जब हमने बॉक्सिंग फेडरेशन के अध्यक्ष एसपी मुखर्जी से सवाल किया तो उनका भी यही कहना था कि पायल जो भी आरोप लगा रही है वो सभी गलत हैं और उसके पीछे कुछ और लोग काम कर रहे हैं जे अंदर के ही कुछ अधिकारी और कर्मचारी हैं।

इस वक्त उत्तराखंड बॉक्सिंग फेडरेशन के दोनों अधिकारियों खिलाड़ियों के साथ गुवाहाटी में हैं। फेडरेशन के अध्यक्ष एसपी मुखर्जी ने ईनाडु इंडिया से फोन पर बात करते हुए कहा कि पूरी बॉक्सिंग फेडरेशन के अधिकारियों ने इस्तीफा दिया हुआ है और साफ कह दिया था कि जब तक इस लड़की पर कोई कार्रवाई नहीं होगी तबतक वो कुछ नहीं करेंगे। फिलहाल सब का इस्तीफा नामंजूर किया गया है।

धर्मेंद्र और मुखर्जी एक सुर में कह रहे हैं कि इस बार इस पायल की गलती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खिलाड़ी हारता और जीतता है लेकिन हर बार हारने पर ये सब क्यों करते हैं, ये किसी को नहीं मालूम। फिलहाल पायल के आरोप के बाद उत्तराखंड खेल मंत्रालय में हड़कंप मचा हुआ है और वीडियो आने के बाद देहरादून से दिल्ली और गुवाहाटी तक भी कोहराम मचना लाजमी है।

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