दिल्ली में राहुल और सोनिया गांधी ने दी एनडी तिवारी को श्रद्धांजलि, जानिए कब होगा अंतिम संस्कार

संक्षेप:

  • राहुल-सोनिया ने दी एनडी तिवारी को श्रद्धांजलि
  • 21 को हलद्वानी में अंतिम संस्कार
  • गुरुवार को हुआ था एनडी तिवारी का निधन

देहरादून: यूपी-उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहें एनडी तिवारी का शव शनिवार शाम बजे पंत नगर ले जाया जाएगा. वहां से उनका पार्थिव शरीर हलद्वानी लाया जाएगा जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे.

अंतिम दर्शन संपन्न होने के बाद हलद्वानी के चित्रशील घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. नई दिल्ली में तिलक लेन स्थित उनके आवास पर शुक्रवार को दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा. शनिवार को उनका शव लखनऊ ले जाया जाएगा जहां विधानसभा में उनके पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए रखा जाएगा.

शुक्रवार को दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तिवारी को उनके घर जाकर श्रद्धांजिल दी. इससे पहले गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी.

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था. तिवारी 93 साल के थे. वृद्धावस्था और गुर्दे की समस्याओं से जूझ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री का साकेत के मैक्स अस्पताल में गुरुवार को दोपहर तीन बजे निधन हुआ. उनके परिवार में उनकी पत्नी उज्जवला और बेटा रोहित शेखर हैं.

दो राज्यों के मुख्यमंत्री रहने वाले पहले भारतीय एन डी तिवारी पिछले साल सितंबर से ही अस्पताल में भर्ती थे. इस साल जुलाई से वह इंटेसिंव केयर यूनिट (आईसीयू) में थे. नैनीताल में 18 अक्टूबर, 1925 को जन्मे तिवारी तीन बार (1976-77, 1984-85 और 1988-89) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. इसके साथ उत्तराखंड में वह 2002-2007 में मुख्यमंत्री रहे.

इसके अलावा, चौधरी चरण सिंह की सरकार में वह केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्यरत भी रहे. वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के मंत्रिमंडल का भी हिस्सा रहे. इसमें उन्होंने वित्तमंत्री और विदेश मंत्री की जिम्मेदारियां संभालीं. साल 2007 में तिवारी को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया. 2009 में एक यौन मामले में शामिल होने के कारण उन्हें इस पद से हटना पड़ा.

स्वतंत्रता के बाद 1952 में वह नैनीताल निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने थे. 1963 में वह कांग्रेस में शामिल हुए और 1994 में इस पार्टी से निकलकर उन्होंने अखिल भारतीय इंदिरा कांग्रेस (तिवारी) नाम से अपनी पार्टी का निर्माण किया. 1996 में वह फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए.

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Dehradunकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles