सीएम रावत ने की भारतीय राजदूत और सिंगापुर के भारतीय उच्चायुक्त से मुलाकात, ये है पूरा प्लान

संक्षेप:

  • सीएम रावत ने की  सिंगापुर के भारतीय उच्चायुक्त के साथ बैठक
  • व्यापार व निवेश संबंधी मामलों को लेकर हुई बातचीत
  • एक्सपर्ट बनाएंगे प्लान ऑफ एक्शन

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने आवास पर भारतीय राजदूत रवि थापर और सिंगापुर के भारतीय उच्चायुक्त जावेद अशरफ से मुलाकात की।

इस दौरान सभी राज्यों द्वारा दुनियाभर के देशों में व्यापार व निवेश संबंधी अधिकाधिक भागीदारी बढ़ाए जाने की पहल को मजबूती देने को लेकर विचार-विमर्श किया गया।

बताया जा रहा है कि, भारतीय उच्चायुक्त जावेद अशरफ ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र को जानकारी दी थी कि सिंगापुर अरबन प्लानिंग (शहरी नियोजन), रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, वॉटर रिसाइक्लिंग, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (ठोस अपशिष्ट प्रबंधन), स्किल डेवलपमेंट, वेस्ट से बिजली उत्पादन, औद्योगिक पार्कों की स्थापना तथा खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त है और सिंगापुर द्वारा उत्तराखंड को विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी सहायता व निवेश संबंधित सहयोग दिया जा सकता है।

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इसको लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार 13 डिस्ट्रिक्ट-13 न्यू डेस्टिनेशन योजना के तहत राज्य में नए पर्यटक स्थल व टाउनशिप विकसित करने पर गंभीरता से कार्य कर रही है। सीएम ने कहा कि, नए पर्यटक स्थल व टाउनशिप विकसित करने और वर्तमान शहरों के नियोजन में सिंगापुर से सहायता ली जा सकती है।

भारतीय राजदूत रवि थापर ने बताया गया कि, यहां टी प्लांटेशन के क्षेत्र में अच्छा कार्य हो रहा है। उत्तराखंड चाय बोर्ड के साथ इस राज्य में चाय की बागवानी को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी व विशेषज्ञों की सहायता ली जा सकती है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि, सिंगापुर व पनामा के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों तथा राज्य के मुख्य सचिव और उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवों को साझा किया जाएगा।

आगे उन्होंने कहा कि, राज्य में जैविक खेती के क्षेत्र में अधिक संभावनाएं हैं, साथ ही डिजिटल कनेक्टिविटी, सिविल एविएशन और ऑल वेदर रोड पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसके साथ ही निवेशकों के लिए फ्रेंडली सिस्टम भी विकसित किए जा रहे हैं और सिंगल विंडो सिस्टम भी लागू किए जा रहे हैं।

राज्य की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए आइटी नेटवर्क को मजबूत करने का काम किया जा रहा है, साथ ही युवाओं के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और कानून व्यवस्था की स्थिति को सुधारने की भी कोशिश जारी है।

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि, सिंगापुर व पनामा में कृषि के क्षेत्र में हुई बेस्ट प्रैक्टिसेज का लाभ उत्तराखंड के किसानो तक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में निवेश, अनुभवों को साझा करने, तकनीकी सहयोग व विशेषज्ञों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने के लिए हर विभाग में नोडल अधिकारी निर्धारित किए जाएंगे।

आगे उन्होंने कहा कि, देवभूमि (उत्तराखंड) में इंटीग्रेटेड टाउनशिप डेवलपमेंट, आइटी पार्क व स्किल डेवलपमेंट केंद्र स्थापित करने के लिए सिंगापुर व पनामा की तकनीकी व विशेषज्ञों से सहयोग लिया जाएगा।

वहीं, मुख्यमंत्री से मिलने के बाद दोनों ही उच्चायुक्तों ने मुख्य सचिव उत्पल कुमार से मुलाकात की, जिसमें अक्टूबर में होने वाली इंवेस्टर मीट में सिंगापुर और पनामा के उद्योगपतियों के शामिल होने की बात को लेकर चर्चा की गई। इसके साथ ही दोनों ही जगह से निवेश उत्तराखंड में किया जाए इस पर भी चर्चा की गई।

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