बीजेपी का दावा- झूठा है केजरीवाल का एजुकेशन मॉडल, स्कूलों को दिए प्लॉट पड़े हैं खाली
- सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के दिल्ली सरकार के दावों पर बीजेपी ने कुछ नए सवाल उठाए हैं.
- साउथ दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने बुधवार को पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि दिल्ली में 80 से 82 ऐसे प्लॉट्स हैं, जो स्कूलों के लिए आवंटित हुए हैं, लेकिन अभी तक खाली हैं.
- इन प्लॉटों पर दिल्ली सरकार को नए स्कूल बनाने थे.
नई दिल्ली: सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के दिल्ली सरकार के दावों पर बीजेपी ने कुछ नए सवाल उठाए हैं। साउथ दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने बुधवार को पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि दिल्ली में 80 से 82 ऐसे प्लॉट्स हैं, जो स्कूलों के लिए आवंटित हुए हैं, लेकिन अभी तक खाली हैं। इन प्लॉटों पर दिल्ली सरकार को नए स्कूल बनाने थे।
आप ने पिछले विधानसभा चुनाव में वादा किया था कि वह 5 साल में दिल्ली में 500 नए सरकारी स्कूल और 20 नए कॉलेजों का निर्माण करेगी, लेकिन उसने 10 नए स्कूल-कॉलेज भी नहीं खुलवाए। नए स्कूल बनाने के नाम पर पहले से चल रहे स्कूलों के मैदानों को छोटा करके उनमें कुछ नए क्लासरूम बनवा दिए हैं। बिधूड़ी ने कहा कि सरकारी स्कूलों में टीचरों की भी हजारों पोस्ट खाली हैं। 20 हजार गेस्ट टीचर्स को भी नियमित नहीं किया गया। अपने गुरु अन्ना हजारे को धोखा देने वाले अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार ने टीचर्स को भी ठगने का काम किया है। उच्च शिक्षा के लिए लोन दिलाने की दिल्ली सरकार की स्कीम को भी बिधूड़ी ने छलावा करार देते हुए बताया कि 5 साल में सिर्फ 23 बच्चों को लोन दिया गया। बिधूड़ी ने कहा कि शिक्षा के नाम पर करोड़ों रुपये के विज्ञापन लगवाकर केजरीवाल सरकार ने वाहवाही तो बटोरी, लेकिन सच तो यह है कि दिल्ली सरकार ने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
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