शिक्षकों और विद्यार्थियों को समर्पित "दिल्ली शिक्षा"

संक्षेप:

दिल्ली सरकार के हैप्पीनेस करिकुलम, इंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट, देशभक्ति करिकुलम, बिज़नेस ब्लास्टर्स, मेंटरशिप जैसे विशेष कार्यक्रमों की बदौलत आज देश के टॉप टेन स्कूलों में दिल्ली के चार सरकारी स्कूल जगह बनाने में सफल रहे हैं।

आज से सात साल पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में एक क्रांति की शुरुआत हुई। इसके जरिए दिल्ली की शिक्षा की खराब हालत को सुधारने के लिए आमूलचूल बदलाव लाने के प्रयास शुरू हुए। इन कोशिशों को न केवल भारत में अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भरपूर सराहना एवं प्रशंसा मिली है।

शिक्षा के क्षेत्र में आए इन परिवर्तनों एवं उसके असर के बारे में लोगों को बताने के लिए गत वर्ष फरवरी महीने से शिक्षा निदेशालय ने एक नई पहल फिर से की है । दिल्ली सरकार ने इसके तहत एक मासिक पत्रिका को प्रकाशित करने और उसे वितरित करने का बीड़ा उठाया। ये भी तय किया गया कि यह पत्रिका पूरी तरह से निशुल्क होगी और उसके वितरण का काम भी स्वयं सरकार करेगी।

दिल्ली सरकार के हैप्पीनेस करिकुलम, इंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट, देशभक्ति करिकुलम, बिज़नेस ब्लास्टर्स, मेंटरशिप जैसे विशेष कार्यक्रमों की बदौलत आज देश के टॉप टेन स्कूलों में दिल्ली के चार सरकारी स्कूल जगह बनाने में सफल रहे हैं। यह पत्रिका ऐसे ही कार्यक्रमों के विश्लेषण आकलन, नई पहलों और उनके वास्तविक प्रभाव को समझने में मदद करती है। यह पत्रिका दिल्ली के शिक्षा के क्षेत्र में हुए बदलावों की जमीनी स्तर पर पड़ताल भी करती है।  

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इस पत्रिका के माध्यम से शिक्षकों को भी नई रोशनी मिलती है कि किस तरह से वे अपने प्रयासों को और गहराई प्रदान कर सकते हैं। इसका कारण यह है कि यदि हमारे शिक्षक संपन्न होंगे तो निश्चित ही बच्चों का भविष्य और अधिक उज्जवल होगा। 

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